निलंबित बाल रोग विशेषज्ञ कफील खान ने शनिवार को मांग की कि उन्हें पूरे सम्मान के साथ बहाल किया जाए और मामले की सीबीआई से जांच कराई जाए।
डॉक्टर कफील खान ने नयी दिल्ली में प्रेस क्लब ऑफ इंडिया में संवाददाताओं से कहा कि उत्तरप्रदेश सरकार को मृतक बच्चों के परिजन से माफी मांगनी चाहिए और उन्हें मुआवजा दिया जाना चाहिए।
हालांकि, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सलाहकार मृत्युंजय कुमार ने शुक्रवार को कहा कि डॉक्टर निजी क्लीनिक चलाते थे जांच में यह आरोप गलत साबित नहीं हुआ है।
See irony @TimesNow made me Vice principal of BRD medical college n when I filed a RTI asking who is Vice Principal? @myogiadityanath Govt replied there is no such post 🙄
Now enquiry report says I was th junior most doctor there joined on 08/08/16 1 yr before #BRDoxygenTragedy pic.twitter.com/Pgo5vyVglc— Dr Kafeel Khan (@drkafeelkhan) September 29, 2019
एक बयान में उन्होंने कहा कि यह कहना सही नहीं है कि विभागीय जांच में डॉक्टर कफील को क्लीनचिट मिल गई है। उन्होंने रिपोर्ट के गलत निष्कर्ष निकाले हैं।’’
Suspended paediatrician Kafeel Khan, who has been absolved of charges of medical negligence and corruption in connection with the BRD hospital tragedy in #Gorakhpur, demands he be reinstated with due honour.https://t.co/oJG98VFMUf
— The Hindu (@the_hindu) September 28, 2019
कफील ने दावा किया, ‘‘विभागीय जांच में दिखाया गया है कि मैंने कोई चिकित्सकीय लापरवाही नहीं की या मैं भ्रष्टाचार में संलिप्त नहीं था… अब ‘हत्यारा कफील’ और कुख्यात डॉक्टर कफील का लगा धब्बा धुल गया है।’’
रवीश कुमार का प्राइम टाइम : विभागीय जांच में निर्दोष पाए गए डॉ. कफील खान, 8 महीने काटने पड़े जेल में pic.twitter.com/EemGGA9tST
— NDTV Videos (@ndtvvideos) September 27, 2019
साक्षी प्रभा पर छपी खबर के अनुसार, उन्होंने कहा, ‘‘मैं मांग करता हूं कि मुझे पूरे सम्मान के साथ नौकरी पर बहाल किया जाए और मामले की सीबीआई जांच कराई जाए।’’ गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में दस अगस्त 2017 की रात करीब 30 बच्चों की मौत हो गई थी और अगले कुछ दिनों में 34 बच्चे काल-कवलित हो ग