Give me a fair chance: Nikhat Zareen to BFI
reports @avishekgrdhttps://t.co/1WuXi6uWYw
— HT Sports (@HTSportsNews) October 16, 2019
इंडिया टीवी न्यूज़ डॉट कॉम के अनुसार, बीएफआई के अध्यक्ष अजय सिंह ने संवाददाताओं से कहा था कि मैरी कॉम चीन में होने वाले ओलम्पिक क्वालीफायर के लिए महासंघ की ‘ऑटोमेटिक च्वाइस’ हो सकती हैं। इस बयान से हालांकि युवा महिला मुक्केबाज निखत जरीन को खुशी नहीं मिली है।
Hardwork breaks new ground!
Ready to take the new challenges!💪👊#TuesdayMotivation #breakingnewgrounds #thestruggleisreal pic.twitter.com/RKdMO6yDQO— Nikhat Zareen (@nikhat_zareen) October 15, 2019
निखत ने आईएएनएस से कहा, “आज (बुधवार) सुबह ही मुझे पता चला कि अध्यक्ष ने कहा है कि ट्रायल्स नहीं होंगे।”
निखत ने कहा, “हर कोई किसी भी दिन जीत सकता है। यह मुक्केबाजी है। मैं यह नहीं कह रही कि मुझे ही भेजो, लेकिन कम से कम मुझे मौका तो दें। मैं उनसे बात करने की कोशिश करूंगी।
#MaryKom #NikhatZareen #Boxing
Give me a chance against @MangteC, says @nikhat_zareen 🥊
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— The Times Of India (@timesofindia) October 17, 2019
इससे पहले उन्होंने कहा था कि विश्व चैम्पियनशिप में सिर्फ स्वर्ण और रजत पदक विजेता खिलाड़ी ही ओलम्पिक क्वालीफायर के लिए अपने आप चुने जाएंगे, लेकिन वह अब महिलाओं के लिए नियम बदल रहे हैं।”
Last day of multi- nation training camp in Assisi, Italy. where team China, India, France, Korea, Italy, Greece, Finland, Switzerland trained together. I gained a lot of experience in this training camp.
Now time to get back home and start preparation for the new season!😀🙌🏻💪🏻 pic.twitter.com/RrkImQpbao— Nikhat Zareen (@nikhat_zareen) September 21, 2019
मैरी कॉम ने हाल ही में रूस में खत्म हुई विश्व महिला मुक्केबाजी चैम्पियनशिप में कांस्य पदक जीता है। बदले हुए भारवर्ग 51 किलोग्राम में मैरी को सेमीफाइनल में हार मिली थी जिससे उन्हें कांस्य पदक से ही संतोष करना पड़ा था।
इस विश्व चैम्पियनशिप से पहले बीएफआई की नीति थी कि महिला एवं पुरुष दोनों वर्गो में पदक विजेता खिालाड़ियों को ही ओलम्पिक क्वालीफायर में भेजा जाएगा और उन्हें ट्रायल्स नहीं देनी होंगा।
So happy for my dear friend @Phogat_Vinesh ji to qualify for the @Tokyo2020 & win the bronze medal too at the World Championships. I was happy to lose to you here few years back so that it gives u all the confidence😜.. Agli bar ek boxing match hojaye😁🥊 pic.twitter.com/kngZQjRZvk
— Nikhat Zareen (@nikhat_zareen) September 19, 2019
महिला वर्ग में हालांकि ओलम्पिक क्वालीफायर में जाने का नियम सिर्फ स्वर्ण और रजत पदक विजेताओं पर लागू होता है।
23 साल की निखत ने कहा, “अब दिसंबर में हमारी नेशनल्स है, एक बार फिर मुझे पूरी मेहनत करनी होगी और अगर ट्रायल्स नहीं होती हैं तो इन टूर्नामेंट का क्या औचित्य?”
#Tokyo2020
"Anyone can win any day. It's boxing. I am not saying send me, but give me a fair chance. I will try to talk to them (BFI)"https://t.co/CJBurXqu4q— India Today Sports (@ITGDsports) October 16, 2019
निखत से जब अगले कदम के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि वह खेल मंत्री किरण रिजिजू से बात करेंगी। उन्होंने साथ ही कहा कि उन्होंने बीएफआई अध्यक्ष से बात करने की कोशिश की लेकिन बात नहीं हो पाई इसके बाद रिजिजू के पास जाने का फैसला लिया गया।
उन्होंने कहा, “हर चीज अध्यक्ष के हाथ में है। मैंने उनसे बात करने की कोशिश की लेकिन वह जवाब नहीं दे रहे हैं। मैंने काफी बार कोशिश की। मैं अपने खेल मंत्री और मंत्रालय में बात करूंगी। इसके बाद देखते हैं कि क्या होता है। अगर यह सब होता रहा तो मैं अपने खेल पर ध्यान नहीं दे पाऊंगी।”
बीएफआई ने विश्व चैम्पियनशिप के ट्रायल्स में निखत को मैरी कॉम के खिलाफ उतरने भी नहीं दिया था। उस समय चयन समिति के चेयरमैन राजेश भंडारी ने कहा था कि वह निखत को भविष्य के लिए बचा कर रख रहे हैं।