इजरायल का गाजा पट्टी पर हमले का सिलसिला आज तीसरे दिन भी जारी है। हमले में मरने वालों की संख्या बढ़कर 26 के पार हो गई है। अभी यह जंग और आगे बढ़ने की आंशका है।
Pete, Gaza is nearly 50% children zero to 14 sealed in the most dense place on earth where water, air, food and medicine are denied everyday.pic.twitter.com/E3hSvvbUl3
— Rafael Shimunov (@rafaelshimunov) November 13, 2019
जागरण डॉट कॉम के अनुसार, बुधवार को इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहु ने आतंकी संगठन को खबरदार किया है। उन्होंने आतंकी संगठनों को चेतावनी दी कि हम उन पर दया किए बगैर हमले जारी रखेंगे।
Time in Gaza is not counted in minutes, but in martyrs.#GazaUnderAttack #غزه_تحت_القَصف 0 pic.twitter.com/JPMKe1iBa5
— Douaa Jindawi (@DouaaJindawi) November 13, 2019
मौके की नजाकत को देखते हुए संयुक्त राष्ट्र के विशेष दूत निकोले म्लादेनोव बुधवार दोपहर को काहिरा पहुंच चुके है। पूर्व में भी संयुक्त राष्ट्र और मिस्र ने इजरायल और गाजा स्थित आतंकवादियों के बीच पिछले संघर्ष विराम की मध्यस्थता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि इस्लामिक जिहाद को अपने रॉकेल हमले रोकना चाहिए।
https://twitter.com/MustafaBatnain/status/1194742929060962304?s=09
उन्होंने कहा है कि अगर इस्लामिक जिहाद हमले नहीं रोकता है तो वह बिना दया किए बगैर हमलों का जवाब देगा। इस बीच इस्लामिक जिहाद के प्रवक्ता मुसाब अल बैरम ने कहा कि उसके कमांडर की हत्या की गई है। उस हत्या का बदला लेना हमारा लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि समूह अभी मध्यस्थता में कोई दिलचस्पी नहीं रखता।
उधर, इस ताजा जंग से तेल अवीव सहित इजरायल के सीमावर्ती इलाके में जनजीवन पूरी तरह से थम गया है।
गाजा के निकट के इजरायली स्कूल और सरकारी प्रतिष्ठानों को पूरी तरह से बंद कर दिए गए हैं। रॉकेट से होने वाले हमलों के चलते लोगों के बाहर निकलने पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है। आतंकी समूह द्वारा किए गए हमलों में किसी के मारे जाने की खबर तो नहीं है, लेकिन दो लोग घायल जरूर हुए हैं।
बता दें कि गाजा में इज़राइल और आतंकवादियों के बीच 2008 से तीन युद्ध हो चुके हैं। इसके पूर्व मई में इजरायल के 70वें स्थापना दिवस के मौके पर गाजा सिटी में दोनों पक्षों का संघर्ष हुआ था। इस जंग में 65 फिलिस्तीनियों की मौत हो गई थी।
इजरायल स्थापना दिवस के मौके पर गाजा में सीमा पर बड़ी संख्या में लोगों ने प्रदर्शन किया था। उसी दिन अमेरिका ने अपना दूतावास भी तेल अवीव से यरूशलम में औपचारिक रूप से ट्रांसफर किया। इसके बाद गाजा सीमा पर बड़े पैमाने पर एक विरोध प्रदर्शन हुए।
विरोध प्रदर्शन के दौरान गाजा सीमा पर इजरायली सेना और प्रदर्शनकारियों के बीच संघर्ष जमकर संघर्ष हुआ था। इस संघर्ष में इजरायली सुरक्षाबलों ने करीब 65 फिलिस्तीनी मार गिराए थे।
उधर, प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने एक विशेष कैबिनेट बैठक में कहा कि इजरायल की लड़ाई शुरू करने में कोई दिलचस्पी नहीं है, लेकिन हम इस्लामिक जिहाद को चेतावनी देते हैं कि जब तक राकेट से किए जा रहे हमले बंद नहीं होंगे तब तक हमारे हवाई हमले जारी रहेंगे।
नेतन्याहू ने कहा कि ऐसा करने वाले जानते हैं कि हम उन पर बिना दया किए हमला करते रहेंगे। उनके पास सिर्फ एक विकल्प है, या तो इन हमलों को रोकें या अधिक से अधिक हमलों के लिए तैयार रहें।