इजरायल में नेतन्याहू युग की समाप्ति, सरकार बनाने में फेल!

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इजराइल में एक बार फिर राजनीतिक संकट खड़ा हो गया है। मौजूदा राष्ट्रपति बेंजामिन नेतन्याहू ने ऐलान किया है कि वे सरकार बनाने का प्रयास छोड़ रहे हैं।

गठबंधन करने की सभी कोशिशें नाकाम
नेतन्याहू ने कहा कि उन्होंने गठबंधन बनाने की हरसंभव कोशिश की, लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली। दरअसल, पिछली बार की तरह इस बार भी चुनाव में इजराइली जनता ने किसी पार्टी को बहुमत नहीं दिया।

सिर्फ़ 32 सीटों पर जीत हासिल कर पाई नेतन्याहू की पार्टी
नेतन्याहू की लिकुड पार्टी को 32 सीटों पर जीत मिली, जबकि विपक्षी बेनी गैंट्ज की ब्लू एंड व्हाइट पार्टी ने 33 सीटें जीतीं। इसके बाद राष्ट्रपति रियुवेन रिवलिन ने नेतन्याहू को गठबंधन बनाने का पहला मौका दिया।

बेनी गैंट्ज पेश करेंगे सरकार बनाने का दावा
सेना प्रमुख रह चुके बेनी गैंट्ज को मिलेगा सरकार बनाने का मौका
120 सीटों वाली इजराइली संसद ‘नैसेट’ में बहुमत के लिए पार्टियों को 61 सीटों की जरूरत थी।

मौका मिलने के बावज़ूद नेतन्याहू रहे नाकाम
लेकिन राष्ट्रपति रिवलिन के मुताबिक, उन्हें नेतन्याहू के सरकार बनाने की ज्यादा उम्मीद थी। इसी के चलते नेतन्याहू को सरकार बनाने के लिए चार हफ्ते मिले। हालांकि, उनके नाकाम रहने के बाद अब यह मौका इजराइल के पूर्व सेना प्रमुख बेनी गैंट्ज को मिला है।

नेतन्याहू का दर्द छलका
भास्कर डॉट कॉम के अनुसार, नेतन्याहू ने सोमवार को फेसबुक पर वीडियो पोस्ट कर कहा कि वे पिछले कई दिनों से बिना थके विपक्षी ब्लू एंड व्हाइट पार्टीके साथ सरकार बनाना चाहते थे।

लेकिन हर मौके पर गैंट्ज ने उन्हें मना कर दिया। उन्होंने कहा कि अब बहुमत का फैसला राष्ट्रपति रिवलिन करेंगे। नेतन्याहू के इस ऐलान के बाद राष्ट्रपति ने कहा कि वे गैंट्ज को गठबंधन बनाने का मौका देना चाहेंगे।

क्या होगा फिर चुनाव?
इसके बाद गैंट्ज को सरकार बनाने के लिए 28 दिन का समय मिलेगा। उनके असफल रहने की स्थिति में इजराइल में एक साल के अंदर तीसरी बार आम चुनाव होंगे।