जामिया मिल्लिया इस्लामिया में पिछले नौ दिन से छात्रों का विरोध प्रदर्शन मंगलवार को जारी रहा। कैंपस में घेराव व विरोध प्रदर्शन के दौरान छात्रों के बीच मारपीट भी हुई।
Watch #Live visuals from outside the Jamia Millia Islamia campus where violent clashes took place.
TIMES NOW’s Kangana in conversation with students of the college. pic.twitter.com/EnJPUfJJGq
— TIMES NOW (@TimesNow) October 23, 2019
अमर उजाला पर छपी खबर के अनुसार, धक्का मुक्की और मारपीट में कुछ छात्रों को चोट भी पहुंची है। उनका अस्पताल में इलाज चल रहा है। वहीं, विश्वविद्यालय प्रबंधन का तर्क है कि अनुशासनहीनता पर पांच छात्रों को कारण बताओ नोटिस दिया गय था पर जवाब के बजाय छात्रों ने विरोध शुरू कर दिया।
Several students of #JamiaMilliaIslamia University alleged that they were attacked by 'hired goons' when they were protesting against a show-cause notice issued to five students a month ago.https://t.co/pnHz9JmAEB
— The New Indian Express (@NewIndianXpress) October 23, 2019
शिक्षक संघ समेत विभाग के शिक्षक छात्रों से बात कर रहे हैं लेकिन वे किसी की बात सुनने को तैयार ही नहीं हैं। कैंपस में छात्रों के विरोध व मारपीट के बाद पुलिस व अर्द्धसैनिक बलों को तैनात कर दिया गया है।
A peaceful protest by aggrieved students outside VC office is responded to by the Jamia administration in such a brutal manner. Let's not forget the ethos which inspired the foundation of #JamiaMilliaIslamia ..दयारे शौक़ मेरा… pic.twitter.com/DHGrgPOVkS
— Manoj Kumar Jha (@manojkjhadu) October 22, 2019
जामिया कैंपस में पिछले दिनों इस्राइल के सहयोग से अंतर्राष्ट्रीय कांफ्रेंस आयोजित हुई थी। इसी का छात्र विरोध कर रहे थे। इसी बीच विश्वविद्यालय प्रबंधन ने प्रदर्शनकारी छात्रों को बुला लिया।
छात्रों का आरोप है कि उनके साथ इस दौरान धक्कामुक्की व मारपीट हुई थी। बाद में उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया। इसी के बाद से छात्रों का विरोध धरना जारी है।
विश्वविद्यालय के अधिकारियों समेत जामिया शिक्षक संघ और पूर्व छात्र संघ के पदाधिकारियों ने मुद्दा सुलझाने के लिए प्रदर्शनकारी छात्रों की साथ कई बैठकें की हैं, लेकिन मंगलवार को कुछ छात्र संगठनों ने कुलपति कार्यालय का घेराव किया और परिसर को सील करते हुए बाहर निकलने के रास्तों को बंद कर दिया।