NRC और CAA को लेकर जारी विरोध और देश के कई विश्वविद्यालयों में प्रदर्शन पर भी आर्मी चीफ ने सख्त प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने किसी यूनिवर्सिटी का नाम लिए बिना कहा,‘नेतृत्व क्षमता वह नहीं है जो लोगों को गलत दिशा में लेकर जाती हो।
"Leaders are not those who lead people in inappropriate directions": Army Chief General Bipin Rawat amid violence during protests over #CitizenshipAct (ANI)#CAA #CAAProtests pic.twitter.com/7ejPkak3AK
— NDTV (@ndtv) December 26, 2019
आज हम सब बड़ी संख्या में यूनिवर्सिटी और कॉलेजों में छात्रों की अगुआई में कई शहरों में भीड़ और लोगों को हिंसक प्रदर्शन करते देख रहे हैं। यह नेतृत्व क्षमता नहीं है।’
Watch | "Leaders don't lead masses in arson": Army Chief Bipin Rawat on #CitizenshipProtests.
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लेजेंड न्यूज़ पर छपी खबर है, आर्मी चीफ के इस बयान पर अब राजनीतिक घमासान शुरू हो गया है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह और एआईएमआईएम असदुद्दीन ओवैसी ने आर्मी चीफ पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया।
दिग्विजय ने जहां सांप्रदायिक आधार पर हिंसा को लेकर सवाल दागा तो ओवैसी ने तो आर्मी चीफ को अपने कार्यक्षेत्र तक सीमित रहने की नसीहत दे डाली।
NRC और CAA को लेकर आर्मी चीफ के इस बयान पर पलटवार करते हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने भी सवाल दागा। उन्होंने आर्मी चीफ को संबोधित करते हुए ट्वीट किया, ‘नेतृत्वकर्ता वह नहीं होता है जो लोगों को हथियार उठाने के लिए प्रेरित करे।
आर्मी चीफ नागरिकता कानून CAA के विरोध में प्रदर्शन पर मैं आपसे सहमत हूं जनरल साहब, लेकिन नेता वह भी नहीं हो सकता जो अपने अनुयायियों को सांप्रदायिक आधार पर नरसंहार के लिए भड़काए। क्या आप मुझसे सहमत हैं जनरल साहब?’
एआईएमआईएम सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने आर्मी चीफ को ही NRC और CAA को लेकर बयान पर नसीहत दे डाली। उन्होंने ट्वीट किया, ‘अपने ऑफिस के प्रभाव क्षेत्र को समझना भी लीडरशिप है। यह (लीडरशिप) नागरिक की सर्वोच्चता को समझना और जिस संस्था के प्रमुख आप हैं उसकी गरिमा को ठीक से जानना भी है।’