सऊदी अरब ने विदेशी सैलानियों के लिए बड़ा ऐलान किया है, महिलाओं के हिज़ाब और बुर्का पहनने की पाबंदी को हटा दिया है, जिससे वहां जाने वाली विदेशी महिलाओं को आसानी और आज़ादी महसूस हो सके
सऊदी अरब ने 49 देशों के लिए टूरिस्ट वीज़ा जारी करने का ऐलान करते हुए विदेशी वर्यटकों के लिए अपने बंद दरवाज़े खोल दिए हैं।
सऊदी अरब ने विदेशी महिला पर्यटकों के लिए किसी भी तरह के हिजाब की पाबंदी को भी ख़त्म कर दिया है।
By my rough reckoning (43% of 34 million) there are 14 million #women in Saudi Arabia. IF they all turned(or most of them) on the government, (civil disobedience)there would be full emancipation by next week!
You have nothing to lose but your hijabs.Women: know your power! https://t.co/OJIAkuaEVT
— @THE1STP0WER (Kris 🌞) (@ATHE1STP0WER) September 28, 2019
पार्स टुडे डॉट कॉम के अनुसार, सऊदी पर्यटन विभाग के प्रमुख अहमद ख़तीब ने रॉयटर्ज़ से बात करते हुए कहा, सार्वजनिक समुद्री तटों समेत किसी भी स्थान पर महिला पर्यटकों के लिए अबाया (हिजाब) पहनना ज़रूरी नहीं होगा।
Saudi officials announced Friday that the #abaya is optional for foreigners, a major shift as the kingdom opens to tourists. It’s unclear what that means for Saudi women.
Can’t imagine visiting as a tourist, after #Khashoggi.#hijab #KSA #SaudiArabia #MBShttps://t.co/E0xyLsH2oO
— LG7 fan of reading, walking & democratic republics (@Lechatbon) September 27, 2019
ग़ौरतलब है कि जब से मोहम्मद बिन सलमान अपने पिता किंग सलमान के उत्तराधिकारी बने हैं, इस रूढ़िवादी अरब देश को उदारवादी बनाने के लिए अजीबो ग़रीब फ़ैसले लिए जा रहे हैं, जिससे दुनिया भर के मुसलमान हैरत में हैं।
हाल ही में जेद्दाह समेत इस देश के कई शहरों में क्लब खुले हैं, जहां महिलाओं और पुरुषों को पॉप म्यूज़िक की धुनों पर एक साथ थिरकते देखा गया था।
सऊदी पर्यटन प्रमुख ख़तीब ने विदेशी कंपनियों से पर्यटन के क्षेत्र में निवेश करने की अपील करते हुए आशा जताई है कि 2030 तक यह क्षेत्र सकल घरेलू उत्पाद में 10 प्रतिशत का योगदान देगा।
टूरिस्ट वीज़ा 80 डॉलर का भुगतान करके ऑनलाइन हासिल किया जा सकेगा और महिलाओं के लिए अकेले यात्रा करने पर कोई प्रतिबंध नहीं होगा। हालांकि इससे पहले सऊदी अरब में किसी पुरुष सगे संबंधी के बिना अकेले महिला की यात्रा पर पाबंदी थी।
अब तक सऊदी अरब केवल वहां काम करने वाले कर्मचारियों, व्यापारियों और हज या उमराह के लिए पवित्र शहरों मक्का और मदीना जाने वाले तीर्थयात्रियों के लिए वीज़ा जारी करता था।