अफगानिस्तान की राजधानी काबुल के राजनयिक क्षेत्र में तालिबान के एक फिदायीन ने गुरुवार को कार बम से विस्फोट कर दिया जिसमें 12 लोगों की मौत हो गई। मृतकों में अमेरिका और रोमानिया के एक-एक सैनिक भी शामिल हैं।
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आपको बता दें कि इस राजनयिक क्षेत्र में अमेरिकी दूतावास भी है और इस हफ्ते यह दूसरा हमला है। अमेरिका और तालिबान के बीच शांति समझौते को अंतिम रूप दिए जाने के दौरान यह विस्फोट हुआ है। अफगान सरकार ने कहा कि यह समझौता जल्दबाजी में हो रहा है।
Taliban claim responsibility for the deadly attack near the US embassy in Kabul which killed at least 10 people https://t.co/2qk453DcQF
— Al Jazeera English (@AJEnglish) September 5, 2019
इंडिया टीवी न्यूज़ डॉट कॉम के अनुसार, राष्ट्रपति अशरफ गनी ने एक बयान में कहा, ‘बेगुनाह लोगों की हत्या करने वाले समूह से शांति समझौता करना निरर्थक है।’ नाटो रेजुलेट सपोर्ट मिशन ने बयान में कहा कि विस्फोट में 2 सैनिकों की मौत हुई है। उन्होंने सैनिकों की पहचान के बारे में जानकारी नहीं दी है।
अफगानिस्तान में बीते 2 हफ्तों में जान गंवाने वाला अमेरिका का यह चौथा सैनिक है। गृह मंत्रालय के प्रवक्ता नसरत रहिमी ने कहा कि हमले में 42 लोग जख्मी हुए हैं और 12 वाहन नष्ट हो गए हैं।
Taliban claimed responsibility for the car bomb explosion in Shash Darak area in Kabul. The group claimed to have targeted a foreign forces convoy which was entering an NDS facility in the area: TOLOnews #Afghanistan https://t.co/Z3b35dtYyQ
— ANI (@ANI) September 5, 2019
इसके कुछ घंटों के बाद, तालिबान ने पड़ोसी प्रांत लोगार के अफगान सैन्य अड्डे के बाहर एक कार से विस्फोट किया जिसमें 4 आम लोगों की मौत हो गई।
तालिबान ने कहा कि उसने ‘विदेशियों’ की गाड़ियों को निशाना बनाया है। उन्होंने भारी सुरक्षा व्यवस्था वाले शश दरक इलाके में घुसने की कोशिश की जहां अफगान राष्ट्रीय सुरक्षा विभाग का दफ्तर है।
राष्ट्रपति के प्रवक्ता सिद्दीकी सिद्दीकी ने ट्वीट किया, ‘हम सबने सुरक्षा कैमरों में देखा है कि किसे निशाना बनाया गया है।’ बहरहाल, नाटो रेजुलेट सपोर्ट मिशन का दफ्तर भी घटनास्थल के पास है और ब्रिटिश सैनिक नाटो के नष्ट हो चुके वाहन को हटा रहे थे।
सोशल मीडिया में साझा की जा रही वीडियो में दिख रहा है कि मानव बम की गाड़ी नाके पर मुड़ रही है और इसमें विस्फोट हो जाता है। एक बार फिर से पीड़ितों में आम लोगों की संख्या ज्यादा है।
स्थानीय अस्पताल में घायल निज़ामुद्दीन खान ने बताया कि उन्हें यह याद नहीं है कि उन्हें अस्पताल कौन लेकर आया। विस्फोट के कुछ घंटों बाद लोगार प्रांत की राजधानी पुल-ए-आलम में अफगान विशेष बलों के सैन्य अड्डे के बाहर कार से किए गए बम विस्फोट की जिम्मेदारी तालिबान ने ली।
प्रांतीय परिषद के प्रमुख हसीबुल्ला स्तानकजई ने बताया कि कम संख्या में अंतरराष्ट्रीय बल भी इलाके में है। गवर्नर अनवर खान एस-हकज़ई ने कहा कि 4 असैन्य लोगों की मौत हो गई है और 4 अन्य जख्मी हुए हैं।