पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने सोमवार को कहा कि अनुच्छेद 370 के प्रावधानों को समाप्त करने का सरकार का फैसला देश के अधिकतर लोगों की अभिलाषा के अनुसार नहीं है और भारत के विचार को जीवंत रखना है तो जम्मू कश्मीर के नागरिकों की आवाज सुनी जानी चाहिए।
इंडिया टीवी न्यूज़ डॉट कॉम के अनुसार, मनमोहन सिंह ने कहा कि भारत गहरे संकट से गुजर रहा है और इसे समान विचार वाले लोगों के सहयोग की जरूरत है। उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘देश की अधिकांश जनता की अभिलाषा का इसमें ध्यान नहीं रखा गया।
Voices from #JammuAndKashmir must be heard, says Manmohan Singh in first remarks on Article 370https://t.co/E8M7wCBk4Q pic.twitter.com/4IqI5l8gET
— Hindustan Times (@htTweets) August 12, 2019
महत्वपूर्ण है कि इन सभी लोगों की आवाज सुनी जाए। हम केवल अपनी आवाज उठाकर सुनिश्चित कर सकते हैं कि दूरगामी रूप से भारत का विचार जीवंत रहे, जो हमारे लिए बहुत पवित्र है।’’
मनमोहन सिंह ने अपने पूर्व कैबिनेट सहयोगी एस जयपाल रेड्डी को श्रद्धांजलि देने के बाद पहली बार जम्मू कश्मीर के विशेष दर्जे को हटाने पर अपनी प्रतिक्रिया दी।