दिल्ली के सिंघू बॉर्डर पर एक पुस्तकालय-सह-सांस्कृतिक केंद्र स्थापित किया गया है, जहां किसान कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं।
नवजीवन पर छपी खबर के अनुसार, सुरविंदर सिंह वाडवा ने बताया कि कोई भी यहां आकर किताबें पढ़ सकता है। साथ ही, हमारी टीम के सदस्य कुंडली के झुग्गियों में रहने वाले बच्चों को भी पढ़ाते हैं।
दिल्ली के सिंघू बॉर्डर पर जारी किसानों के आंदोलन में कुछ स्वयंसेवकों ने ‘ट्रॉली टाइम्स’ नाम से अपना अखबार शुरू किया है।
इस पहल को शुरू करने वाले सुरमीत मावी का कहना है कि यह आंदोलन में अपने अनुभवों को लिखने का एक प्रयास है।
साथ ही उन्होंने कहा कि यह समाचार पत्र गलत संचार और भ्रम से बचने के लिए भी शुरू किया गया है।
उदाहरण के लिए, किसानों और सरकार के बीच बैठक के बारे में यहां एक भ्रम था।