हिन्दुत्व का विचारधारा छोड़ेंगे नहीं- शिवसेना

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शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने पार्टी के 53वें स्थापना दिवस समारोह ने कहा कि शिवसैनिक एक अलग रसायन है जो प्यार भी बहुत करता है और दुश्मनी भी हद से ज्यादा करता है। मुम्बई के षणमुखानंद सभागार में आयोजित इस समारोह में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी शिरकत की।

फडनविस और उद्धव ठाकरे ने बालासाहब के 101 शेरों के चेहरे से उकेरी प्रतिमा का अनावरण किया। ये प्रतिमा शिवसेना में हाल ही में शामिल हुए और मंत्री बने जयदत्त क्षीर सागर ने भेट की है।

इंडिया टीवी न्यूज़ डॉट कॉम के अनुसार, उद्धव ठाकरे ने शिवसेना और बीजेपी गठबंधन पर कहा कि हमारा गठबंधन कोई नौटंकी नही है, मुझे नहीं लगता किसी अन्य पार्टी की ऐसी दोस्ती होगी।

उन्होंने उत्तर प्रदेश के महागठबंधन का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां बुआ और भतीजे का गठबंधन हुआ था लेकिन चुनाव खत्म होते ही गठबंधन भी खत्म हो गया। उद्धव ठाकरे ने कहा कि हमारे बीच जो विवाद थे वो मुद्दों पर आधारित थे। आप और अमित शाह मातोश्री में बैठे तो सब मुद्दे खत्म हुए।

उन्होंने कहा, ‘सीएम आप दिल से आये। महाराष्ट्र के मंच पर गठबंधन का अगला अध्याय शुरू होगा। हम आज एकसाथ आये है एक एक शपथ लेते है । आप भी एक कार्यक्रम ले क्योंकि सब सम समान हो, शपथ लेते है कि हिंदुत्व की विचारधारा छोड़ेंगे नहीं।

वहीं देवेंद्र फड़णवीस ने कहा कि बीजेपी शिवसेना का गठबंधन देश मे सबसे पुराना गठबंधन है। हम दोनों दलों में थोड़ा तनाव था जैसे एक परिवार में दो भाइयों में होता है।

लेकिन जब शेर और बाघ एकसाथ आये तो जंगल में राज कौन करेगा ये पूछनेवाली बात नहीं। फड़णवीस ने कहा कि दोनों पार्टियों के कार्यकर्ताओं के मन मे था कि गठबंधन हो ।दोनों साथ आये तो सामने 56 पार्टियां आये तो भी उनकी पराजय तय है।