आतंक और परमाणु पावर से पाकिस्तान ने आखिर क्या हासिल किया। उपमहाद्वीप में सामाजिक-आर्थिक विकास संकेतक दिखाते हैं कि पाकिस्तान और बांग्लादेश के ग्राफ अलग-अलग कैसे हैं, और पाकिस्तान कैसे आतंक से हार गया, जबकि बांग्लादेश को इसकी स्क्रिप्ट सही मिली जब 1971 में बांग्लादेश को पाकिस्तान से बाहर किया गया था, तब अधिकांश सामाजिक-आर्थिक मापदंडों पर इसका तत्कालीन पश्चिमी भाग से कोई मेल नहीं था।
आज, यह मानव विकास के सभी कारकों पर पाकिस्तान को मात देता है। कारण? इसने अपने समय और संसाधनों को आतंक और परमाणु हथियारों की तकनीक को चुराने में नहीं लगाया। यहां पांच चार्ट हैं जो बताते हैं कि तीन पड़ोसी कैसे तुलनात्मक दृष्टि से क्या हैं और प्रमुख घटनाओं ने उनके भाग्य को कैसा आकार दिया।
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