दिल्ली विधानसभा चुनाव में वोटिंग संपन्न होने के बाद आम आदमी पार्टी (आप) ने चुनाव आयोग पर सवाल उठाए हैं। आप के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने रविवार को कहा कि क्या चुनाव आयोग प्रेस कांफ्रेंस कर बताएगा कि दिल्ली में कितनी प्रतिशत वोटिंग हुई। उन्होंने कहा, ‘मेरे ख्याल में हिन्दुस्तान के इतिहास में पहली बार ऐसा हो रहा है जब चुनाव आयोग ने नहीं बताया कि दिल्ली में वोटिंग का प्रतिशत कितना रहा। लोकसभा के भी चुनाव हुए हैं, उस समय भी चुनाव आयोग ने उसी दिन वोटिंग का प्रतिशत बता दिया था।’ उधर, सीएम अरविंद केजरीवाल ने भी कहा है कि यह काफी चौंकाने वाली बात है। मनीष सिसोदिया ने तंज कसते हुए कहा कि क्या मतदान का फ़ाइनल आंकड़ा बीजेपी ऑफ़िस से मिलना है चुनाव आयोग को?
Why is the Election Commission not releasing final voting percentage ? pic.twitter.com/hki8YoYpN5
— AAP (@AamAadmiParty) February 9, 2020
कहीं दाल में कुछ काला है, कोई खेल चल रहा: संजय सिंह
संजय सिंह ने आगे कहा कि जब बैलट पेपर से वोटिंग होती थी तो अगले दिन सुबह में अखबारों में खबरें आ जाती थीं कि कितना प्रतिशत मतदान हुआ।
जब बैलेट पेपर से लोकसभा का चुनाव होता था उस वक्त भी मत का प्रतिशत एक घंटे में पता चल जाता था अब तो तकनीक इतनी आगे जा चुकी है फिर भी 24 घंटे लग गये।
— Sanjay Singh AAP (@SanjayAzadSln) February 9, 2020
इस बार कल से सारी मीडिया और दिल्ली इस बात का इंतजार कर रही है कि आखिर दिल्ली में कितना प्रतिशत मतदान हुआ है। आप सांसद ने आरोप लगाया, ’70 साल के इतिहास में पहली बार हो रहा है कि चुनाव आयोग वोटिंग का प्रतिशत तक बताने को तैयार नहीं है। इसका मतलब कहीं कुछ पक रहा है, कहीं दाल में कुछ काला है। कोई खेल चल रहा है अंदर-अंदर क्योंकि मत का प्रतिशत बताना बेहद सामान्य बात है।’
इस पर चुनाव आयोग ने जवाब दिया है कि सबसे पहले पोलिंग बूथ से जानकारी इकट्ठा होती है। उसके बाद चुनाव आयोग के पास पहुंचती है। आयोग सभी जानकारियों को इकट्ठा करने के बाद ही आंकड़े जारी करता है। आयोग ने कहा कि दिल्ली में 13000 पोलिंग स्टेशन हैं, इसीलिए देरी हो रही है।