राफेल डील को लेकर कांग्रेस एक बार फिर अटैकिंग मोड पर आ गई है।
भास्कर डॉट कॉम पर छपी खबर के अनुसार, राहुल गांधी ने रविवार को एक ट्वीट किया। इसमें उन्होंने पूछा कि जॉइंट पार्लियामेंट्री कमेटी की जांच से मोदी क्यों बचना चाहते हैं? उन्होंने चार ऑप्शन भी दिए।
राहुल गांधी ने इंस्टाग्राम पर भी एक पोस्ट की है। इसमें उन्होंने एक तस्वीर पोस्ट की है, एक व्यक्ति का आधा चेहरा है और जिसकी दाढ़ी में राफेल की फोटो है।
राहुल ने लिखा है, चोर की दाढ़ी…। राहुल ने किसी का नाम यहां पर तो नहीं लिखा है। पर साफ दिख रहा है कि राहुल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दाढ़ी दिखाई है।
कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने दिल्ली में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने कहा कि 59 हजार करोड़ की राफेल डील में मोदी JPC की जांच से क्यों बचना चाहते हैं।
फ्रांस सरकार ने राफेल डील में भ्रष्टाचार, लोगों को प्रभावित करना, मनी लॉन्ड्रिंग और फेवरटिज्म जैसे आरोपों की जांच के लिए एक जज को अपॉइंट किया है।
पूरी दुनिया और पूरा देश नई दिल्ली की तरफ देख रहा है। वो चुप क्यों हैं?
फ्रांसीसी मीडिया में ये खबरें आई थीं कि राफेल डील में क्लाइंट को भारीभरकम रकम दी गई। इसके बाद सुप्रीम कोर्ट में नई याचिका दाखिल की गई थी।
इसमें राफेल डील की स्वतंत्र जांच की मांग की गई थी। तब चीफ जस्टिस एसए बोबडे ने कहा था कि इसकी सुनवाई बाद में की जाएगी। हालांकि, उन्होंने किसी तारीख का जिक्र नहीं किया था।
सुप्रीम कोर्ट ने दो साल पहले कोर्ट की निगरानी में राफेल डील की जांच की मांग से जुड़ी सभी याचिकाएं खारिज कर दी थीं।
14 दिसंबर 2018 को सुप्रीम कोर्ट ने इस सौदे की प्रॉसेस और पार्टनर चुनाव में किसी तरह के फेवर के आरोपों को बेबुनियाद बताया था।
फ्रेंच भ्रष्टाचार निरोधक एजेंसी AFA की जांच रिपोर्ट के हवाले फ्रांसीसी मीडिया में एक रिपोर्ट पब्लिश की गई थी। इसके मुताबिक, दैसो एविएशन ने कुछ बोगस नजर आने वाले भुगतान किए हैं।
कंपनी के 2017 के खातों के ऑडिट में 5 लाख 8 हजार 925 यूरो (4.39 करोड़ रुपए) क्लाइंट गिफ्ट के नाम पर खर्च दर्शाए गए।
इतनी बड़ी रकम का कोई ठोस जवाब नहीं दिया गया। मॉडल बनाने वाली कंपनी का मार्च 2017 का एक बिल ही दिखाया गया है।
साभार- भास्कर डॉट कॉम