अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को जहरीले रिसिन युक्त पत्र भेजने के शक में एक महिला को गिरफ्तार किया गया है।
ज़ी न्यूज़ पर छपी खबर के अनुसार, महिला ने कनाडा से वो पत्र भेजा था, लेकिन सुरक्षा विभाग ने पत्र को पकड़ लिया. महिला की पहचान जाहिर नहीं की गई है।
वो कनाडा से अमेरिका आते समय बॉर्डर पर ही हिरासत में ले ली गई। उसके पास से गन भी मिली है। कनाडा की पुलिस ने कहा कि वो एफबीआई के साथ इस मामले की जांच में सहयोग कर रही है।
ट्रंप के भेजे गए रिसिन युक्त पत्र के पिछले सप्ताह अधिकारियों ने पकड़ लिया था। ये पत्र कनाडा से भेजे जाने का संदेह था, जिसके बाद से ही अमेरिकी एजेंसियां महिला पर नजर रख रही थी।
दरअसल, व्हाइट हाउस जाने वाले हर सामान की बारीकी से जांच की जाती है और इसी जांच में ये पत्र पकड़ा गया।
रिसिन को बेहद घातक जहर माना जाता है. उसकी थोड़ी सी मात्रा भी इंसान के लिए जानलेवा होती है।
ये अरण्डी के बीज से निकाला जाता है। इसका इस्तेमाल पाउडर, गोली या तरल रूप में भी हो सकता है। इसकी 500 मिलीग्राम की मात्रा भी किसी इंसान की जान लेने के लिए काफी होती है।
साल 2014 में मिसीसिपी के एक व्यक्ति को तत्कालीन राष्ट्रपति बराक ओबामा और अन्य अधिकारियों को रिसिन युक्त पत्र भेजने के मामले में 25 साल की सजा हुई थी।
वहीं साल 2018 में पूर्व नौसैनिक ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और अन्य प्रशासनिक अधिकारियों को रिसिन युक्त पत्र भेजना स्वीकार किया था, जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया।