पिछले साल गठजोड़ के बाद कांग्रेस और जेडीएस ने कर्नाटक में सरकार तो बना ली लेकिन अब सरकार चलाना टेढ़ी खीर साबित हो रहा है। चूंकि दोनों पार्टियों के अपने-अपने राजनीतिक लक्ष्य हैं इसको देखते हुए दोनों के बीच तालमेल बैठना मुश्किल हो रहा है।
मई में बनी इस सरकार को 7 महीने से ज्यादा हो गए हैं, लेकिन हालत ये है कि अभी भी दोनों दलों में आपसी तालमेल नहीं है, और अब रिश्ते और खराब होने लगे हैं। बता दें कि इस बिगड़ते रिश्ते की झलक उस वक्त देखने को मिली जब जेडीएस के विधायकों और विधानपार्षदों की एक बैठक को संबोधित करते हुए कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी भावुक हो गए।
कुमारस्वामी ने कहा कि ‘वे हर चीज में कांग्रेस के लगातार हस्तक्षेप के कारण मुख्यमंत्री नहीं, बल्कि एक क्लर्क की तरह काम कर रहे हैं। जेडीएस के कुछ विधायकों के अनुसार कुमारस्वामी ने गंठबंधन की सरकार बनने के बाद से जेडीएस के सामने आने वाली कठिनाइयों के बारे में बताया।’
कुमारस्वामी ने अपनी बात रखते हुए कहा कि ‘कांग्रेस के नेता उनसे वह सब कुछ करने के लिए दबाव डाल रहे हैं जो उनके पक्ष में है और इसे मानने के अलावा उनके पास कोई अन्य विकल्प भी नहीं है। उन्होंने स्वीकार किया कि वो बेहद दबाव में काम कर रहे हैं।’
इस बात का जिक्र करते हुए बैठक में मौजूद रहे एक विधायक ने कहा, ‘वह दुखी और भावुक हो गए। हमें बताया कि कांग्रेस उनपर दबाव बना रही है और उन्हें हर तरह के आदेशों पर हस्ताक्षर करने के लिए मजबूर कर रही है। उन्हें मंत्रिमंडल के विस्तार के लिए भी मजबूर किया गया और यहां तक कि उनकी मंजूरी के बिना सरकार नियंत्रित बोर्ड और निगमों के लिए अध्यक्ष भी नियुक्त कर दिए गए। गुजरते दिनों को साथ यह सब उनके लिए और कठिन होता जा रहा है।