पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिल पर हुए आत्मघाती हमले के बाद गुरुवार को इमरान खान ने राष्ट्रीय सुरक्षा समीति की बैठक बुलाई जिसमें आर्मी के शीर्ष ऑफिसर मौजूद थे।
इस बैठक में इमरान खान ने बढ़ते वैश्वक दवाब के बाद मुंबई हमले के मास्टरमाइंड आतंकी हाफिज सईद के नेतृत्व वाले जमात-उद-दावा और फलह-ए-इंसानियत फाउंडेशन पर प्रतिबंध लगाया। यहीं नहीं पाकिस्तान ने एक बार फिर कहा है कि पुलवामा हमले में पाकिस्तान का कोई हाथ नहीं है।
Dawn News: Pakistan National Security Committee (NSC) orders acceleration of anti-terrorism operations; reinstates ban on Jamaat-ud-Dawa (JuD) & Falah-i-Insaniyat Foundation (FIF) Pakistan pic.twitter.com/0MVKger8yL
— ANI (@ANI) February 21, 2019
गृह मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने बताया कि प्रधानमंत्री इमरान खान की अध्यक्षता में उनके कार्यालय में गुरुवार को हुई राष्ट्रीय सुरक्षा समिति की बैठक में इन संगठनों पर प्रतिबंध लगाने का फैसला लिया गया। प्रवक्ता ने एक बयान में कहा, ‘गैरकानूनी करार दिए गए संगठनों के खिलाफ कार्रवाई तेज करने का फैसला बैठक में लिया गया। यह तय किया गया कि गृह मंत्रालय द्वारा जमात-उद-दावा और फलह-ए-इंसानियत फाउंडेशन को गैरकानूनी घोषित किया जाए।’
इससे पहले गृह मंत्रालय ने दोनों संगठनों को निगरानी सूची में रखा था। अधिकारियों के अनुसार, जेयूडी के नेटवर्क में 300 मदरसे औरस्कूल, अस्पताल, एक प्रकाशन और एम्बुलेंस सेवा शामिल हैं। दोनों समूहों के पास करीब 50,000 स्वयंसेवक और सैकड़ों की संख्या में वेतनभोगी कर्मचारी हैं।