अरब नेता इजरायली संसद में नेता प्रतिपक्ष की भूमिका में दिख सकते है

   

यरुशलम : इजरायल आम चुनाव के बाद वहां अरब के रूप में एक नई राजनीतिक ताकत का उदय हुआ है। पहली बार कोई अरब नेता इजरायली संसद में नेता प्रतिपक्ष की भूमिका में दिख सकता है। सत्ता में कौन आएगा इसे लेकर अनिश्चितता है लेकिन इतना तय है कि इजरायल के अल्पसंख्यक अरब पीएम बेंजामिन नेतन्याहू की सत्ता पर पकड़ को कमजोर करेंगे। पिछले चुनाव से भी खराब प्रदर्शन के बाद बेंजामिन नेतन्याहू ने ब्लू ऐंड वाइट पार्टी के बेनी गेट्स से अपील की है कि वह एक व्यापक यूनिटी गवर्नमेंट के गठन के लिए साथ आए। ऐसे में जॉइंट लिस्ट की भूमिका काफी अहम रहने वाली है।

जॉइंट लिस्ट की भूमिका को लेकर यहां 2 तरह की संभावनाएं हैं। पहली यह कि अगर लिकुड और ब्लू ऐंड वाइट मलिकर यूनिटी गवर्नमेंट बनाती हैं तो जॉइंट लिस्ट के नेता अयमान ओदेह इजरायली संसद में नेता प्रतिपक्ष बनने वाले पहले अरब होंगे। दूसरी संभावना यह है कि जॉइंट लिस्ट मध्यमार्गी सरकार को बाहर से समर्थन दे। अरब पार्टियां ऐसा पहले भी कर चुकी हैं, जब 1992 में यिट्जक रैबिन की सरकार को बाहर से समर्थन दिया था। इस बीच, गैंट्ज़ ने कहा है कि वह एक व्यापक एकता सरकार में दिलचस्पी रखते हैं, लेकिन इसके दायरे में रहना पसंद करेंगे। एविग्डोर लेबरमैन, जिनकी यिश्रेल बीइटिनु पार्टी के पास आठ सीटें होने का अनुमान है, के चुनाव में किंगमेकर होने की उम्मीद है। बुधवार की सुबह, उन्होंने “व्यापक उदार एकता सरकार” के लिए अपना समर्थन दोहराया, जिसमें यिसरेल बेइइटिनु, लिकुड और काहोल लावन शामिल होंगे।

नतीजे संकेत देते हैं कि 13 सीटों के साथ, केसेट में तीसरी सबसे बड़ी पार्टी अरब पार्टियों की संयुक्त सूची है। इसके बाद अल्ट्रा-ऑर्थोडॉक्स पार्टी Shas है, जिसे नौ सीटें और संयुक्त टोरा यहूदी धर्म को आठ सीटें मिली हैं। ऐलेट शेक्ड की यामिना को सात सीटें मिली हैं, लेबर-गेशर को छह और डेमोक्रेटिक यूनियन को पांच सीटें मिली हैं।

क्या लिकुड और ब्लू ऐंड वाइट साथ आ सकती हैं?

बेंजामिन नेतन्याहू की लिकुड पार्टी धुर दक्षिणपंथी मानी जाती है, जबकि बेनी गैंट्ज की ब्लू ऐंड वाइट उदारवादी पार्टी है। फिलिस्तीनियों के साथ बातचीत को लेकर उसके विचार ज्यादा खुले हुए हैं। नेतन्याहू ने गैंट्ज से यूनिटी गवर्नमेंट बनाने में साथ आने की अपील जरूर की है लेकिन ब्लू ऐंड वाइट पार्टी के नेता ने इसका कोई जवाब नहीं दिया है। हालांकि, गैंट्ज जॉइंट लिस्ट के नेता ओदेह के संपर्क में हैं। दोनों नेता बातचीत के लिए सहमत हो गए हैं। बता दें कि 120 सीटों वाली इजरायली संसद के चुनाव में बेंजामिन नेतन्याहू की लिकुड को 31, बेनी गैंट्ज की ब्लू ऐंड वाइट पार्टी को 33 और अरब पार्टी जॉइंट लिस्ट को 13 सीटें मिली हैं। बाकियों के हिस्से में 41 सीटें आई हैं। इससे पहले, अप्रैल में हुए आम चुनाव में लिकुड और ब्लू ऐंड वाइट दोनों को 35-35 सीटें मिली थीं।

अरब के उभार की वजह

अरब पार्टियों की मजबूती का सबसे बड़ा कारण उनकी एकता रही। इस बार अरब पार्टियों ने जॉइंट लिस्ट के बैनर तले गठबंधन बनाकर चुनाव लड़ा। अप्रैल में हुए पिछले चुनाव में 3 अरब पार्टियों ने मतभेद के चलते अलग-अलग चुनाव लड़ा था। दूसरी सबसे बड़ी वजह नेतन्याहू द्वारा अरब नेताओं को नजरअंदाज कर अपने दक्षिणपंथी आधार को मजबूत करने की अपनाई गई रणनीति रही। यह रणनीति उल्टा पड़ गई और वोटिंग का बहिष्कार करने वाले अरब बड़ी तादाद में मताधिकार का इस्तेमाल करने के लिए घरों से निकले। 5 महीने पहले पिछले चुनाव में जहां अरब वोटरों का टर्नआउट महज 49 प्रतिशत था, इस बार 60 प्रतिशत रहा। इजरायल में अरब वोटरों की तादाद 18 लाख है जो कुल वोटरों का करीब 20 प्रतिशत है।