मौलाना तौकीर रजा पर योगी सरकार की पकड़ सख्त!

   

शहर के इस्लामिया इंटर कॉलेज मैदान में रविवार को इत्तेहाद-ए-मिल्लत परिषद (आईएमसी) के अध्यक्ष मौलाना रौकीर रजा खान के आलोक में भाजपा की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा की गिरफ्तारी की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया गया. कोतवाली पुलिस ने हजारों लोगों को धरना में शामिल होने की अनुमति देकर धारा 144 का उल्लंघन करने का मामला दर्ज किया है।

आरोप है कि अधिकारियों ने कोविड -19 प्रोटोकॉल को बनाए रखते हुए केवल 1500 व्यक्तियों को कार्यक्रम में भाग लेने की अनुमति दी थी, लेकिन आईएमसी के सदस्यों ने हजारों लोगों को अनुमति देकर धारा 144 का उल्लंघन किया।

कार्यक्रम के आयोजकों मोहम्मद फरहत और मखदूम बेग ने बरेली सिटी मजिस्ट्रेट राजीव पांडे से विरोध प्रदर्शन की अनुमति ली थी जो केवल 1500 व्यक्तियों के लिए दी गई थी।

हालांकि कोतवाली थाने के अधिकारियों ने बताया कि मिली अनुमति का उल्लंघन कर हजारों लोगों ने इस कार्यक्रम में हिस्सा लिया।

नूपुर शर्मा की गिरफ्तारी की मांग को लेकर मौलाना तौकीर रजा खान के विरोध कार्यक्रम की घोषणा के साथ ही शहर की पुलिस हाई अलर्ट पर थी।

धरना 17 जून को होना था, लेकिन किन्हीं कारणों से रविवार को इसे 19 जून तक के लिए स्थगित कर दिया गया।

शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुए इस विरोध प्रदर्शन में हजारों लोगों ने हिस्सा लिया। लेकिन फिर भी अधिकारियों ने आयोजकों के खिलाफ आईपीसी की धारा 144 का उल्लंघन करने के आरोप लगाए।

प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए मौलाना ने कहा कि वह एक ज्ञापन लाए थे, लेकिन इसे अधिकारियों को नहीं सौंपेंगे क्योंकि उन्हें सरकार पर कोई भरोसा नहीं है।

मौलाना ने पूछा कि मुस्लिम प्रदर्शनकारियों के खिलाफ विशेष रूप से बुलडोजर का इस्तेमाल क्यों किया जा रहा है।

अग्निपथ प्रदर्शनकारियों द्वारा गाड़ियों को जलाने के बारे में मौलाना ने व्यंग्यात्मक टिप्पणी करते हुए कहा: “यदि आप योजना का नाम ‘अग्नि’ (अग्नि) रखेंगे तो आग फैलना तय है।”

उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इसे समझने के लिए इस्लाम का गहन अध्ययन करने की अपील की।