भारत में टिड्डियों के हमले पर ट्वीट कर ट्रोल हुईं पूर्व अभिनेत्री जायरा वसीम ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर प्रतिक्रिया दी है। विदेशी पत्रकार तारिक फतेह के एक ट्वीट पर जवाब देते हुए जायरा ने कहा कि उनकी बातों का गलत मतलब निकाला गया।
अमर उजाला पर छपी खबर के अनुसार, तारिक फतेह ने जायरा वसीम के उस ट्वीट पर प्रतिक्रिया दी जिसमें उन्होंने टिड्डियों के हमलों के लिए इंसान को जिम्मेदार बताया था।
तारिक फतेह ने लिखा, ‘भारतीय मुस्लिम अभिनेत्री जायरा वसीम अल्लाह के प्रकोप का शिकार होने पर अपने ही देशवासियों का मजाक उड़ाती हैं। इस तरह से उन्होंने टिड्डी के झुंड की व्याख्या की है।’
तारिक फतेह के ट्वीट के जवाब में जायरा ने एक लंबा नोट लिखा। जायरा ने कहा कि मैंने कभी इस बात का दावा नहीं किया कि कई राज्यों में टिड्डियों का हमला ईश्वर के क्रोध का संकेत था। किसी भी जमीन पर अल्लाह का क्रोध या अभिशाप बताकर बयान देना धार्मिक रूप से गैर जिम्मेदाराना और पाप है।
https://t.co/3ZsfR3nhUK pic.twitter.com/sz8hlpFLvZ
— Zaira Wasim (@ZairaWasimmm) June 1, 2020
जायरा ने लिखा कि मेरे ट्वीट का गलत मतलब निकाला गया। कोई भी राय, चाहे वो अच्छी हो या बुरी, मेरे इरादों की वास्तविकता को परिभाषित करती है।
ये मेरे और मेरे रब के बीच है, और इसे मैं समझाने नहीं जा रही। मैं केवल अल्लाह के प्रति जवाबदेह हूं। दुनिया कठिन समय, पहले ज्यादा नफरत और कट्टरता के दौर से गुजर रही है, कम से कम हम यह कर सकते हैं कि इसे और न बढ़ाएं। अपनी बात को समाप्त करते हुए जायरा ने लिखा कि मैं अब अभिनेत्री नहीं हूं।
Indian Muslim actress @ZairaWasimmm mocks her own countrymen as being victims of Allah's wrath. This is how she explains locust swarms. https://t.co/vpqRcnXwbD
— Tarek Fatah (@TarekFatah) June 1, 2020
बता दें कि जायरा वसीम ने अपने ट्विटर पर कुरान की एक आयत का जिक्र करते हुए लिखा था कि टिड्डियों का कहर सहित हाल फिलहाल में हुईं अन्य आपदाएं देखने को मिली हैं, यह सब इंसान के बुरे कर्मों का फल है। इस ट्वीट के बाद जायरा ट्रोल हुईं और उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट को बंद कर दिया।
अगले ही दिन जायरा फिर से अपने सोशल मीडिया पर वापिस आईं और उन्होंने इसे छोड़ने को लेकर कहा कि मैं वापस इसलिए आई हूं क्योंकि मैं भी एक इंसान हूं। मुझे भी कभी ब्रेक या दूरी बनाने की जरूरत पड़ती है जब कुछ चीजों की अति हो जाती है।