लोकसभा चुनाव हारने के बाद कांग्रेस में हड़कंप, कई बड़े नेताओं के इस्तीफ़े !
लोकसभा चुनाव में एक बार फिर करारी शिकस्त के बाद कांग्रेस में जबर्दस्त उथलपुथल चल रही है। उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के खराब प्रदर्शन की जिम्मेदारी लेते हुए प्रदेश अध्यक्ष राज
लोकसभा चुनाव में एक बार फिर करारी शिकस्त के बाद कांग्रेस में जबर्दस्त उथलपुथल चल रही है। उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के खराब प्रदर्शन की जिम्मेदारी लेते हुए प्रदेश अध्यक्ष राज
तथ्य यह है कि बेरोजगारी, नोटबंदी, ऋण और ईंधन की कीमतों की आपदाओं के बाद भी मोदी को कल जीतने की उम्मीद है, तो एक कारण है, ‘भारतीय मतदाता’। बड़ी
नई दिल्ली: भाजपा मध्य प्रदेश, राजस्थान और कर्नाटक में, जहाँ उसने कांग्रेस-जेडी(एस) गठबंधन को रौंदा, इन राज्यों में सरकारों की स्थिरता के निहितार्थ हो सकते हैं। लोकसभा चुनाव जीतने के
इस लोकसभा चुनाव में मतदाताओं ने बिहार के इन पति-पत्नी की जोड़ी को पसंद नहीं किया। एक ओर सुपौल से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ रही रंजीत रंजन और
मुंबई: बीजेपी की अगुवाई वाली एनडीए पार्टी के लगातार इन लोकसभा चुनावों के बाद सत्ता में आने के बाद गुरुवार को शिवसेना ने कहा कि अगले 25 साल तक कोई
लोकसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी की अगुवाई में एनडीए ने शानदार जीत दर्ज की है। एक तरफ जहां बीजेपी अकेले अपने दम पर 300 से ज्यादा सीटें जीत चुकी
देश में एक बार फिर सुनामी आई है और उस सुनामी का नाम है ‘नरेंद्र मोदी’। उत्तर प्रदेश में 2014 के लोकसभा चुनाव में 80 में से 71 सीटों पर
पटना: लोकसभा चुनाव 2019 में भारतीय जनता पार्टी की अगुवाई वाले NDA ने शानदार जीत हासिल की है। बिहार में तो NDA ने एक नया इतिहास रचते हुए 40 में
पश्चिम बंगाल में बीजेपी ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और उनकी तृणमूल कांग्रेस को जबरदस्त झटका दिया है. राज्य की 42 लोकसभा सीटों में से 18 पर
आप सभी को बता दें कि भारतीय जनता पार्टी ने एक बार फिर इतिहास रच दिया है। वहीं इस बार अपने दम पर नरेंद्र मोदी की अगुवाई में 300 का
पाॅपुलर फ्रंट आफ इंडिया की केंद्रीय सचिवालय ने लोकसभा चुनाव के रूझान को सामने रखते हुए मीडिया को जारी बयान में कहा है कि बीजेपी के नेतृत्व वाले गठबंधन को
बिहार की पटना साहिब से कांग्रेस उम्मीदवार शत्रुघ्न सिन्हा को लोकसभा चुनाव 2019 में करारी हार मिली है और शत्रुघ्न की टक्कर केंद्रीय मंत्री रवि शंकर प्रसाद से थी। वहीं
मुंबई: करीब 18 घंटे तक दिलचस्प मुकाबला चलने के बाद आखिरकार ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) ने औरंगाबाद सीट शिवसेना से छीन ली, जबकि कांग्रेस ने चंद्रपुर में केंद्रीय गृह
जम्मू कश्मीर में आतंकवाद के खिलाफ मोदी सरकार की कार्रवाई का विरोध करने वाली पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती राजनितिक अखाड़े में चारों खाने चित्त हो गई
बिहार की 40 में से रात साढ़े नौ बजे तक 20 लोकसभा सीटों के नतीजे जारी कर दिए गए। इनमें से 11 सीटों पर भाजपा, आठ सीटों पर जदयू, पांच
नेशनल कांफ्रेंस ने कश्मीर घाटी में सभी तीन लोकसभा सीटें जीत ली हैं वहीं भाजपा ने जम्मू में दो और लद्दाख में एक सीट जीती है। नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष
17वीं लोकसभा के लिए हुए चुनाव में मतदाताओं ने प्रचंड बहुमत के साथ देश की बागडोर फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों में सौंप दी। भाजपा ने इस बार 2014
दशकों बाद पूर्वोत्तर के सात राज्य और पश्चिम बंगाल लोकसभा चुनाव के दौरान राष्ट्रीय राजनीति के केंद्र में थे। पश्चिम बंगाल तृणमूल बनाम भाजपा की तीखी जंग का गवाह बना।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करिश्माई नेतृत्व ने दिल्ली, राजस्थान, गुजरात समेत आठ राज्यों में क्लीन स्वीप किया। मतलब यहां विपक्षी दलों का खाता तक नहीं खुला। वहीं मध्य प्रदेश और
हैदराबाद: AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने गुरुवार को जोर देकर कहा कि ‘इस बार ईवीएम में हेराफेरी नहीं हुई है, हिंदुओं के दिमाग में हेराफेरी की गई है।’ मीडियाकर्मियों से