समाज महिलाओं की प्रतिभा को उचित सम्मान दे!
समय निरंतर बदलता रहता है, उसके साथ समाज भी बदलता है और सभ्यता भी विकसित होती है। लेकिन समय की इस यात्रा में अगर उस समाज की सोच नहीं बदलती
समय निरंतर बदलता रहता है, उसके साथ समाज भी बदलता है और सभ्यता भी विकसित होती है। लेकिन समय की इस यात्रा में अगर उस समाज की सोच नहीं बदलती
कल सुबह लंदन से मैं दिल्ली के लिए रवाना होउंगा। इस दस दिन के प्रवास में ‘दक्षिण एशियाई लोक संघ’ (पीपल्स यूनियन आॅफ साउथ एशिया) का मेरा विचार यहां काफी
आज के दिन पाकिस्तान की सांस अधर में लटकी हुई थी। यदि पेरिस स्थित वित्तीय कार्रवाई टास्क फोर्स (एफएटीएफ) आज पाकिस्तान को उसकी भूरी सूची में से निकालकर काली सूची
नई दिल्ली : 1 जनवरी को, ANI के एक साक्षात्कार में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने लिंचिंग पर बात की थी, उन्होने कहा था कि “ऐसी कोई भी घटना सभ्य
नई दिल्ली : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने वीडी सावरकर को इस विचार को व्यक्त करते हुए कहा कि इतिहास को भारतीय दृष्टिकोण से फिर से लिखने की जरूरत
9 अक्टूबर को, तुर्की ने पूर्वोत्तर सीरिया में सीमावर्ती क्षेत्र से यूफ्रेट्स नदी के पूर्व तक “आतंकवादी” तत्वों को धकेलने के लिए एक सैन्य अभियान शुरू किया और कुछ को
नई दिल्ली : ग्लोबल हंगर इंडेक्स (GHI) में 117 देशों के बीच भारत 102 वें स्थान पर है, जिसे बुधवार को विश्व खाद्य दिवस पर एक सहायता एजेंसी, कंसर्न वर्ल्डवाइड
दशकों से चला आ रहा अयोध्या का राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद समाधान की ओर बढ़ चला है। बुधवार को सुप्रीम कोर्ट में इसकी सुनवाई पूरी हो गई। कोर्ट ने फैसला
मेरा लंदन आना कई बार हुआ लेकिन इस बार लंदन को जैसे देख रहा हूं, पहले कभी नहीं देखा। पहले जब भी लंदन आना हुआ, सारा दिन अपने भारतीय उच्चायोग
“आदमी भी क्या अनोखा जीव है, उलझनें अपनी बनाकर आप ही फंसता है, फिर बेचैन हो जगता है और ना ही सोता है।” आज जब पूरे विश्व में प्लास्टिक के
भारतीय राजव्यवस्था में सही बदलाव असंदिग्ध है। जबकि यह प्रक्रिया दशकों से चल रही है, इसकी स्पष्ट अभिव्यक्ति 2014 के निर्णायक चुनावों के बाद ही दिखाई दी है। यह कहना
स्वातंत्र्यवीर सावरकर का स्वतंत्र भारत में क्या स्थान है ? न तो उन्हें भारत रत्न दिया गया, न संसद के केन्द्रीय कक्ष में उनका चित्र लगाया गया, न संसद के
अभिजीत बनर्जी भारत की गरीबी पर शोध करने वाले ऐसे पहले अर्थशास्त्री नहीं हैं, जिन्हें नोबेल पुरस्कार से नवाजा गया। इस सिलसिले में सबसे पहला और शायद सबसे बड़ा नाम
धीरज रखें. इस पक्ति को पढ़ते ही अधीर न हों. यह मेरे लेख के सबसे कम महत्वपूर्ण बातों में से एक है. मगर मंत्री जी प्रभाव को देखते हुए मैंने
यह वास्तव में चौंकाने वाला है कि बिहार में मुजफ्फरपुर के मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट को आईपीसी की अन्य धाराओं के साथ-साथ कला और विद्वता की दुनिया के 49 प्रमुख हस्तियों
नई दिल्ली : यह डरावना तुफान है जो आने वाले महीनों में भारत को घेरने की धमकी दे रहा है, जो इस देश को नष्ट कर देगा क्योंकि यह सौ
इस हफ्ते, जैसा कि देश ने महात्मा गांधी को याद किया, ऐसा लगता है कि सभी जम्मू और कश्मीर के बारे में भूल गए थे। कोई फर्क नहीं पड़ता कि
अमरीका में मोदी के बारे में लोगों के अलग-अलग विचार हैं. इसके पहले, वहां मोदी की चर्चा भारत में 2019 के आम चुनाव के पहले हुई थी. चुनाव की पूर्वसंध्या
नई दिल्ली : पूर्व संवैधानिक क्षुधिकरण में जो हमारे क्षेत्र और उसके परिचर नियंत्रण के सामान को फिर से व्यवस्थित करता है, सब बुरा नहीं है। हालांकि अभी भी कश्मीर
वाशिंगटन: महात्मा गांधी ने कभी अमेरिका का दौरा नहीं किया, लेकिन भारत के बाहर के किसी भी देश में संयुक्त राज्य अमेरिका की तुलना में अधिक गांधी की प्रतिमाएं, और