आईपीएल 2020 (IPL 2020) के मुख्य स्पांसर Vivo के साथ बीसीसीआई ने इस साल के लिए करार तोड़ दिया है. अगले साल यानि 2021 में एक बार फिर Vivo आईपीएल की मुख्य स्पांसर रहेगी जो 2023 तक जुड़े रहेगी. इसका मतलब ये है कि आईपीएल 2020 के लिए नए स्पॉन्सर का ऐलान बीसीसीआई जल्द करेगी. बता दे कि रविवार को आईपीएल गवर्निंग काउंसिल में फैसला लिया गया था कि चीनी कंपनी के साथ करार नहीं तोड़ा जाएगा. लेकिन इसके बाद सोशल मीडिया पर लोग बीसीसीआई के खिलाफ आवाज उठाने लगी थी. यहां तक कि देश के कई नामी हस्तियों ने भी बीसीसीआई के इस कार्य को लेकर आलोचना की थी. बात जब हद से ज्यादा आगे बढ़ रही है तो बीसीसीआई अब जल्द ही Vivo को मुख्य स्पांसर से अलग करने को लेकर फैसला कर सकता है. जून में पूर्वी लद्दाख में भारत और चीन की सेना के बीच हुई भिंड़त के बाद चीनी प्रायोजन बड़ा मुद्दा बन गया था। भारतीय क्रिकेट नियंत्रण बोर्ड (BCCI) ने इसके बाद करार की समीक्षा का वादा किया था.
बता दें कि आईपीएल टाइटल प्रायोजक विवो प्रत्येक साल बीसीसीआई को 440 करोड़ रूपये देता है और पांच साल का यह करार 2022 में समाप्त होगा. आईपीएल 2020 का आगाज 19 सितंबर से दुबई में होने वाला है. आईपीएल के 13वें सीजन के लिए इसके शेड्यूल की घोषणा जल्द ही की जाने वाली है.
आरएसएस से जुड़े स्वदेशी जागरण मंच ने भी इस बारे में अपनी राय दी है और चीनी कंपनी के साथ करार तोड़ने के लिए बीसीसीआई को कहा है. स्वदेशी जागरण मंच के सह-संयोजक अश्वनी महाजन ने एक बयान में कहा कि आईपीएल गवर्निंग काउंसिल ने देश की भावना और आम लोगों के संकल्प के खिलाफ नए आईपीएल सीजन के लिए एक चीनी कंपनी के साथ करार किया है. हम यह मांग करते हैं कि आईपीएल गवर्निंग काउंसिल चीनी कंपनी के साथ करार करने के फैसले पर पुनर्विचार करें. अगर आईपीएल गवर्निंग काउंसिल ने चीनी कंपनी के साथ अपने करार को नहीं तोड़ा तो हम देश की जनता से यह निवेदन करेंगे कि वह आईपीएल का बहिष्कार करें. जहां तक सरकार के हस्तक्षेप की बात है वह किया जाए. यह समझना जरूरी है कि देश से बढ़कर क्रिकेट भी नहीं है.