इंदौर में रेमडेसिविर की कालाबाजारी के छींटे मंत्री पर, कांग्रेस हुई हमलावर

   

इंदौर, 19 मई । कोरोना संक्रमितों के इलाज के लिए जीवन रक्षक माने गए रेमडेसिविर इंजेक्शन की मध्य प्रदेश में कालाबाजारी हो रही है। इंदौर में इस कालाबाजारी के कथित तौर पर छींटे राज्य सरकार के मंत्री तुलसी सिलावट तक पर आए हैं, क्योंकि इंजेक्शन की कालाबाजारी करने का आरोप मंत्री की पत्नी के वाहन के चालक पर लगा है। इस मामले के खुलासे के बाद कांग्रेस हमलावर हो गई है और मंत्री को बर्खास्त तक करने की मांग उठ गई है।

इंदौर पुलिस ने दो दिन पहले पुनीत अग्रवाल नामक युवक को रेमडेसिविर इंजेक्शन बेचने के मामले में पकड़ा। उसका एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वह कह रहा है कि उसने यह इंजेक्शन कथित तौर पर राज्य सरकार के मंत्री सिलावट की पत्नी के चालक गोविंद सिंह से लिए थे। उसने यह इंजेक्शन 14 हजार में रखीदे थे। पुनीत का तो यहां तक कहना था कि वह कई लोगों को यह इंजेक्शन उपलब्ध करा चुका है। पुनीत और गोविंद इंदौर की एक ट्रैवल एजेंसी में काम करते हैं। इस एजेंसी के वाहन का उपयोग मंत्री की पत्नी करती हैं।

इस वीडियो के सामने आने के बाद कांग्रेस हमलावर हो गई है। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा है, यह बहुत गंभीर आरोप है। मंत्री जी के घर से रेमडेसिविर इंजेक्शन बिक रहा हो और उसमें वे शामिल ना हों, क्या यह संभव है? शिवराज जी यदि बकौल उनके नर पिशाचों से जनता को बचाना चाहते हैं तो मंत्री जी को तत्काल बर्खास्त करें अन्यथा यही माना जाएगा कि स्वयं शिवराज जी धंधे में शामिल हैं।

Disclaimer: This story is auto-generated from IANS service.