सूत्रों ने कहा कि तीन प्रवासी समुदाय रविवार को चीनी कम्युनिस्ट पार्टी(सीसीपी) की सरकार द्वारा किए जा रहे अत्याचार के खिलाफ प्रदर्शन करने के लिए एकसाथ आए।
मास्क पहने लोग अपने हाथों में प्लेकार्ड लिए हुए थे और उसमें चीनी लोकतंत्र के खिलाफ, बॉयकट चाइना, फ्री मिशेल, और बैक ऑफ चाइना लिखा हुआ था।
इस प्रदर्शन में कनाडा तिब्बत समिति और तिब्बती समुदाय, फ्रेंड्स ऑफ कनाडा, वैंकुवर सोसायटी ऑफ फ्रीडम, डेमोक्रेसी एंड ह्यूमन राइट्स इन चाइना, वैंकुवर सोसायटी इन सपोर्ट ऑफ डेमोक्रेटिक मूवमेंट(वीएसएसडीएम) और वैंकुवर उइगर एसोसिएशन ने भाग लिया था।
कोविड-19 पाबंदी की वजह से प्रत्येक सोसायटी को केवल 50 प्रदर्शनकारियों के साथ प्रदर्शन करने की अनुमति थी।
तिब्बती और उइगर चीन के अधीन हैं, तो वहीं चीन भारत के साथ पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा(एलएसी) के पास तनाव की स्थिति में है।
गलवान घाटी में 15 जून को एलएसी के पास चीनी जवानों से संघर्ष में 20 भारतीय जवान शहीद हो गए थे।
Source: IANS
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