कश्मीर मुद्दे पर मुस्लिमों को न घसीटें- यूएई

,

   

सऊदी अरब और यूएई के विदेश मंत्रियों ने जब पाकिस्तान का एकदिवसीय दौरा किया, तो इस्लामाबाद ने कश्मीर को लेकर तमाम उम्मीदें बांध लीं, लेकिन इन उम्मीदों को धाराशाई होने में जरा भी देर नहीं लगी। सऊदी के उप विदेश मंत्री अदेल बिन अहमद अल-जुबैर और यूएई के विदेश मंत्री शेख अब्दुल्ला इस्लामाबाद पहुंचे थे। इस दौरे को पाक अपनी कूटनीतिक जीत बताने में लगा था, लेकिन यूएई ने कश्मीर पर अपना रुख पाक को साफ कर दिया। यूएई के विदेश मंत्री शेख अब्दुल्ला बिन जायेद बिन सुल्तान अल नहयान ने पाक को साफ कर दिया कि कश्मीर भारत-पाकिस्तान का द्विपक्षीय मुद्दा है। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि इसमें मुस्लिम दुनिया या मुस्लिमों को बीच में न घसीटा जाए। यूएई के विदेश मंत्री ने कहा कि कश्मीर का विवाद भारत और पाकिस्तान को बातचीत द्वारा सुलझाया जाना चाहिए। इस दौरे में पाकिस्तान ने दोनों देशों के सामने कश्मीर पर कथित तौर पर मानवाधिकार उल्लंघन का राग अलापा, लेकिन सऊदी-यूएई पर कोई असर नहीं पड़ा। इस दौरे के बाद पाकिस्तान ने हमेशा की तरह झूठे दावे किए और कहा कि उसे कश्मीर पर भारत के खिलाफ सऊदी और यूएई दोनों का समर्थन मिला है।

प्रधानमंत्री इमरान खान ने मंत्रियों को सौंपे गए कार्य में ‘घोर लापरवाही’ के लिए 27 मंत्रालयों को ‘रेड लेटर’ जारी किया है। प्रधानमंत्री कार्यालय की तरफ से गुरुवार को जारी अधिसूचना में कहा गया है कि इन मंत्रालयों के मंत्रियों  को जो कार्य सौंपे गए थे, उन्होंने इसे पूरा करने में काफी देरी की और पूरा होने की रिपोर्ट जमा नहीं की। यह पहला मौका है, जब मंत्रालयों को रेड लेटर जारी किया है, जो अंतिम चेतावनी और संतुष्ट नहीं होने का संकेत है।