केटीआर की नजर में सोनू सूद हैं सुपरहीरो

   

हैदराबाद, 1 जून । तेलंगाना के उद्योग और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री के.टी. रामा राव कोविड महामारी के दौरान संकट में लोगों की मदद करने के लिए ट्विटर पर बहुत सक्रिय हैं। उन्होंने मंगलवार को अभिनेता सोनू सूद को सुपरहीरो कहा।

जब मंत्री से सहायता प्राप्त करने वाले किसी व्यक्ति ने उन्हें धन्यवाद दिया और उन्हें एक वास्तविक सुपरहीरो कहा, तो उन्होंने जवाब दिया कि वह सिर्फ एक निर्वाचित प्रतिनिधि हैं।

लोकप्रिय मंत्री केटीआर ने ट्वीट किया, मैं सिर्फ एक निर्वाचित जनप्रतिनिधि हूं, असली काम तो मेरा छोटा भाई कर रहा है। आप सोनू सूद को सुपरहीरो कह सकते हैं। आपसे यह भी अनुरोध है कि कृपया संकट में दूसरों की मदद करें।

वह नंद किशोर टोकला नामक एक व्यक्ति के ट्वीट का जवाब दे रहे थे।

टोकला ने लिखा, एक बार फिर मैं आपको पर्याप्त धन्यवाद नहीं दे सकता केटीआर गारू। आपसे अनुरोध करने के 10 घंटे के भीतर हमें ऑक्सीजन कंसंट्रेटर प्राप्त हुआ। आपने आज तक कई लोगों की मदद की और हम टीजी लोग आपकी निरंतर मदद को कभी नहीं भूलते हैं। मुझे आज यह कहना चाहिए, आप एक वास्तविक सुपरहीरो हैं।

सोनू सूद ने भी मंत्री को हीरो कहे जाने वाले माइक्रोब्लॉगिंग साइट पर केटीआर को जवाब दिया है। उन्होंने लिखा, आपके विनम्रतापूर्ण शब्दों के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद सर! लेकिन आप वास्तव में एक नायक हैं, जिन्होंने तेलंगाना के लिए बहुत कुछ किया है। आपके नेतृत्व में राज्य ने बहुत विकास किया है। मैं तेलंगाना को अपना दूसरा घर मानता हूं और यह मेरा काम करने का स्थान है।

कई तेलुगू फिल्मों में काम कर चुके अभिनेता सोनू सूद ने लिखा, लोगों ने मुझे इतने सालों में इतना प्यार दिया है कि क्या कहूं।

केटीआर ने जवाब दिया, भाई सोनू सूद जी, आपके शब्दों के लिए बहुत बहुत धन्यवाद! आपने जो महान काम शुरू किया है, उसे करते रहें। आप लाखों लोगों को प्रेरित कर रहे हैं।

देश में पहली बार लगाए गए कोविड-प्रेरित लॉकडाउन के बाद से सोनू सूद जरूरतमंद लोगों के लिए अच्छे मददगार की भूमिका निभा रहे हैं। उन्होंने फंसे हुए प्रवासी मजदूरों को घर पहुंचने में मदद की और देश के विभिन्न हिस्सों में गरीबों और जरूरतमंदों के इलाज की भी व्यवस्था की।

केटीआर, तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव के बेटे हैं। वह भी लोगों की मदद के लिए आगे आ रहे हैं। वह खासकर उन कोविड रोगियों की मदद कर रहे हैं, जिन्हें मुफ्त इलाज, ऑक्सीजन या दवाओं की जरूरत है।

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