भारतीय आवश्यकताओं के अनुसार मदद देगा चीन

   

बीजिंग, 23 अप्रैल । चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता चाओ लिच्येन ने 23 अप्रैल को भारत में महामारी की स्थिति के बिगड़ने पर भारत को सद्भावना प्रकट की और कहा कि चीन भारतीय आवश्यकताओं के अनुसार, भारत को सहायता और मदद देगा। चीन भारत के साथ इस संदर्भ में संपर्क बरकरार रखता है।

चाओ ने कहा कि चीन सरकार और चीनी जनता भारत सरकार और भारतीय लोगों के महामारी मुकाबला कार्य का दृढ़ समर्थन करती हैं। चीन भारत की आवश्यकता के मुताबिक मदद देने को तैयार है। चीन को विश्वास है कि भारतीय जनता यथाशीघ्र ही महामारी को पराजित कर सकेगी।

वहीं, धार्मिक सवाल का इस्तेमाल कर चीन के अंदरूनी मामलों में हस्तक्षेप करने की अमेरिका की कार्रवाई को लेकर चीनी प्रवक्ता चाओ लिच्येन ने कहा कि चीन अमेरिका से तथ्यों का सम्मान कर जातीय पूर्वाग्रह को त्यागने और धार्मिक सवाल को लेकर चीन के अंदरूनी मामलों में हस्तक्षेप बंद करने का आह्वान करता है।

हाल में अमेरिकी अंतर्राष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता कमेटी ने 2021 वार्षिक रिपोर्ट जारी कर फिर एक बार चीन को खास ध्यानाजनक देश की नामसूची में शामिल किया और अमेरिकी सरकार से सलाह ली कि अगर चीन सरकार आगे धार्मिक स्वतंत्रता पर दबाव डालती है, तो अमेरिका पेइचिंग शीतकालीन ओलंपिक में भाग नहीं लेगा। इसकी चर्चा में चीनी प्रवक्ता चाओ ने कहा कि चीन कानूनी देश है। चीन सरकार कानून के मुताबिक नागरिकों के धार्मिक विश्वास की स्वतंत्रता की रक्षा करती है।

हाल में चीन में करीब 20 करोड़ लोग धर्मों का विश्वास करते हैं और 3.8 लाख धार्मिक कर्मचारी और 5500 धार्मिक समुदाय हैं। चीन में पंजीकृत धार्मिक स्थल 1.4 लाख से अधिक हैं। चाहे अमेरिका चीन को किसी भी तरह बदनाम करे, उपरोक्त तथ्यों को बदला नहीं जा सकता। विश्व के विभिन्न देशों की तरह चीन कोई भी धार्मिक नाम से अपराधी कार्रवाइयां करने को अनुमति नहीं देता है।

चीन ने कई बार कहा कि चीन खेल को राजनीतिकरण बनाने का दृढ़ विरोध करता है। यह ओलंपिक चार्टर की भावना का उल्लंघन करता है, बल्कि विभिन्न देशों के खिलाड़ियों और अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक कार्य को भी क्षति पहुंचाएगा। चीन को एक सरल, सुरक्षित और रंगीन शीतकालीन ओलंपिक का आयोजन करने पर पूरा विश्वास है।

(साभार : चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)

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