मायावती ने SC/ST एक्ट पर SC के आदेश का स्वागत किया, कहा क्यों कांग्रेस और भाजपा ने कुछ नहीं किया

   

नई दिल्ली : सर्वोच्च न्यायालय द्वारा अपने 2018 के फैसले को वापस लेने के एक दिन बाद, जिसने अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम के तहत गिरफ्तारी के प्रावधानों को कम कर दिया, बसपा प्रमुख मायावती ने शीर्ष अदालत द्वारा लिए गए निर्णय की सराहना की। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने दावा किया कि अनुसूचित जाति द्वारा फैसले को पलट देने से उन संघर्षों का सामना होता है, जिन्हें दलितों को समाज में सामना करना पड़ता है और समुदाय को विफल करने के लिए भाजपा और कांग्रेस की खिंचाई की।

उन्होंने हिंदी में ट्वीट किया, “सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में कल SC/ST एक्ट 1989 के प्रावधानों को बहाल करते हुए समाज के दलितों के कड़वे जीवन यथार्थ और संघर्ष के तथ्यों को सत्यापित किया। निर्णय सत्तारूढ़ भाजपा और कांग्रेस दलों को विशेष ‘दलित प्रेम’ को उजागर करता है। मामले पर देश और समाज में जागरूकता बढ़ाना महत्वपूर्ण है। ” नेता ने शिक्षा के मामले में स्कूलों की नवीनतम नीती आयोग रैंकिंग के बारे में भी लिखा, जिसने उत्तर प्रदेश को सूची में सबसे नीचे रखा।

नीति आयोग की स्कूली शिक्षा संबंधी रैंकिग के मामले में उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड देश में सबसे निचले पायदान पर हैं। देश व प्रदेश में अधिकांश समय तक शासन करने वाली पार्टियों विशेष रूप से कांग्रेस और बीजेपी आज गाँधी जयन्ती के दिन क्या जनता को जवाब दे पायेंगी कि ऐसी शर्मनाक जनबदहाली क्यों?

— Mayawati (@Mayawati) October 2, 2019