स्मोकिंग छोड़ने से घट सकता है स्ट्रोक का खतरा: स्टडी

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एक नए अध्ययन के अनुसार, वैज्ञानिकों ने कहा कि वह लोग जो एट्रियल फिब्रिलेशन यानी (सबसे आम हृदय रिदम विकार) से जूझ रहे हैं धूम्रपान की आदत को खत्म कर अपने स्ट्रोक के खतरे को भी कम कर सकते हैं. यह रिसर्च आज ईएसी कांग्रेस 2020 में प्रस्तुत की गई.

यूरोप और अमेरिका में मिडल एज के चार में से एक को वयस्क में एट्रियल फाइब्रिलेशन देखने को मिलता है. इसके मुताबिक अगर अनुमान लगाया जाए तो साल 2030 तक यूरोपीय संघ में तकरीबन 17 मिलियन लोग इससे प्रभावित हो सकते हैं. एट्रियल फाइब्रिलेशन वाले लोगों में स्ट्रोक होने की संभावना पांच गुना अधिक होती है. इन मामलों वाली महिलाओं में दो गुना और पुरुषों में 1.5 गुना मृत्यु का जोखिम होता है. एट्रियल फाइब्रिलेशन वाले मरीजों स्ट्रोक मौत का सबसे आम कारण होता है.

पिछले अध्ययनों से पता चला है कि धूम्रपान करने वालों को एट्रियल फाइब्रिलेशन और बाद में स्ट्रोक विकसित होने की संभावना होती है. जहां कई स्ट्रोक के मामलों को ओरल दवाओं से रोक सकने में सफलता मिली, लेकिन एट्रियल फाइब्रिलेशन डाइग्नोज होने के बाद धूम्रपान बंद करने के प्रभाव पर बहुत ज्यादा डेटा मौजूद नहीं है.