कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, लोकसभा चुनाव 2019 के महासंग्राम के लिए अब से बस कुछ ही देर में घोषणापत्र सामने लाने वाले हैं। इस घोषणापत्र को जन-आवाज का नाम दिया गया है। सोनिया गांधी, प्रियंका गांधी वाड्रा और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह मंच पर मौजूद हैं।
Manifesto is pro poor, dalits: Congress’ @PChidambaram_IN at Congress HQ | #May23WithTimesNow pic.twitter.com/nrNhFJl0Eu
— TIMES NOW (@TimesNow) April 2, 2019
घोषणापत्र बनने की प्रक्रिया के बारे में बताते हुए समिति के संयोजक राजीव गौड़ा ने बताया कि लोगों की आवाज सुनी गई है। पूरे देश से विचार जमा किए गए, जनता से बात की गई और उसके बाद उन विचारों को घोषणापत्र का हिस्सा बनाया गया। कुल 1 लाख 60 हजार सुझाव पार्टी को मिले।
Delhi: Congress party releases their election manifesto for #LokSabhaElections2019 pic.twitter.com/fccNKOuSqZ
— ANI (@ANI) April 2, 2019
अमर उजाला पर छपी खबर के अनुसार, घोषणापत्र समिति के अध्यक्ष पी चिदंबरम ने बताया कि इसमें महिलाओं, छोटे कारोबारियों, शिक्षा, स्वास्थ्य, राष्ट्रीय सुरक्षा का भी ध्यान रखा गया है।
जब मुंबई की महिलाओं से सबसे बड़े मुद्दे के बारे में पूछा गया तो जवाब मिला-महिला सुरक्षा। मोदी सरकार के राज में करीब पांच करोड़ नौकरियां गईं।
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि ये भविष्य की राह दिखाने वाला घोषणापत्र होगा। कांग्रेस के लिए आज का दिन ऐतिहासिक होगा। गरीबी, बीमारी से जूझते देश के लिए जरूरी योजनाओं का जिक्र होगा। ये घोषणापत्र लोगों की उम्मीदों, आकांक्षाओं को पूरा करने वाला होगा।
माना जा रहा है कि इसमें न्यूनतम आय योजना यानी न्याय को प्रमुखता से पेश किया जाएगा। इसके तहत देश के 5 करोड़ परिवार या 25 करोड़ लोगों को सालाना 72 हजार रुपये दिए जाने का वादा किया गया है।
इसके अलावा युवाओं को 22 लाख नौकरियां देने की बात भी घोषणापत्र का हिस्सा होगी। नीति आयोग को खत्म करने का एलान राहुल पहले ही कर चुके हैं, यह वादा भी घोषणापत्र का हिस्सा रहेगा।
इस बीच घोषणापत्र समिति के सदस्य भालचंद्र ने कहा है कि अगर कांग्रेस सत्ता में आई तो पहले ही दिन राफेल मामले की जांच के आदेश दिए जाएंगे।