कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद आज नेशनल कांफ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला से मुलाकात की।
इसके बाद कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि अगर जम्मू-कश्मीर को प्रगति करनी है तो श्रीनगर में नजरबंदी के तहत सभी राजनीतिक नेताओं को रिहा करना होगा।
खास खबर पर छपी खबर के अनुसार, जम्मू और कश्मीर में राजनीतिक प्रक्रिया शुरू होनी चाहिए। उचित प्रक्रिया का पालन करते हुए जम्मू-कश्मीर में चुनाव होने चाहिए। यह मेरे लिए बहुत खुशी की बात है।
कांग्रेस नेता आजाद ने कहा कि मैं 7 महीने के बाद फारूक अब्दुल्ला से मिला। उन्हें इन सभी महीनों में नजरबंद रखा गया था। लेकिन इतने महीने इन्हें नजरबंद क्यों रखा गया, वजह साफ नहीं है।
गुलाम नबी आजाद ने आगे कहा कि जम्मू कश्मीर को केंद्र शासित बनाने का फैसला वहां के लोगों का अपमान है। इसे वापस लिया जाना चाहिए। इसे फिर से राज्य घोषित किया जाना चाहिए।