बजाज ऑटो देश की सबसे पुरानी मोटरसाइकिल निर्माता कंपनी में से एक है। लेकिन इस सेगमेंट में कंपनी के बिक्री आंकड़े बेहद निराशाजनक हैं
जबर्दस्त मंदी के दौर से गुजर रही ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री के लिए सितंबर का महीना भी सितम से भरा रहा। देश की अग्रणी ऑटोमोबाइल कंपनी बजाज ऑटो के बिक्री आंकड़े एक बार फिर निराशाजनक रहे हैं।
Sept sales of the auto majors painted a dismal picture. But sector saw an uptick on MoM basis. Are we seeing the beginning of a revival in the beleaguered auto sector? @TamannaInamdar talks with experts. Watch IDD: https://t.co/gQrE8e6Sdz@nikunjsanghi @vangaal_gaurav @sriram_ET pic.twitter.com/QfPAJobZuQ
— ET NOW (@ETNOWlive) October 1, 2019
इंडिया टीवी न्यूज़ डॉट कॉम के अनुसार, सितंबर महीने में कंपनी की कुल बिक्री में 20 फीसदी की गिरावट देखने को मिली है। वहीं मोटरसाइकिल की बात करें तो घरेलू बाजार में इसकी बिक्री 35 फीसदी तक घटी है। दूसरी ओर अगस्त महीने की बात करें तो साल दर साल आधार पर कंपनी की बिक्री में 11 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई थी।
In September, #TataMotors reported 56% drop in passenger vehicle sales; #MarutiSuzuki had 27% fall in #auto sales; #Mahindra and Mahindra logged 33% decline in sales. #autosector #automobile #autoslowdown https://t.co/6gpVDjoEb0
— Firstpost (@firstpost) October 1, 2019
बजाज ऑटो देश की सबसे पुरानी मोटरसाइकिल निर्माता कंपनी में से एक है। लेकिन इस सेगमेंट में कंपनी के बिक्री आंकड़े बेहद निराशाजनक हैं।
#Nifty #autosector #heromotocorp take entry according to your risk or reward there will bi a high volatility in auto sector tomorrow #stockstowatch pic.twitter.com/0bGebtCLzi
— mrunali patil (@mrunali_trade) September 30, 2019
कंपनी ने सितंबर 2018 में कुल 2.73 लाख मोटरसाइकिलें बेची थीं, वहीं इस साल कंपनी सितंबर में मात्र 1.77 लाख बाइक ही बेच पाई है। हालांकि एक्सपोर्ट के मोर्चे पर कंपनी को मामलू राहत मिली है।
सितंबर में मोटरसाइकिलों का एक्सपोर्ट 1 फीसदी बढ़ा है। इस प्रकार सितंबर में कुल बिक्री के आंकड़ों पर नज़र डालों तो घरेलू और विदेशी बाजारों में कंपनी की बिक्री 22 फीसदी लुढ़की है।
मोटरसाइकिलों के गिरते बिक्री के आंकड़ों को देखतें तो कॉमर्शियल वाहनों की बिक्री के आंकड़े सुखद तो नहीं लेकिन राहत जरूर देते हैं। घरेलू बाजार में कंपनी के कॉमर्शियल वाहनों की बिक्री में 1 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है। लेकिन एक्सपोर्ट में 17 प्रतिशत की चपत लगी है।