टेस्ला वाले अरबपति एलन मस्क उनका कहना है कि उन्होंने एक दिन में चार बार कोरोना के टेस्ट करवाए। इनमें से दो पॉजिटिव और दो नेगेटिव रहे।
दि ललन टॉप पर छपी खबर के अनुसार, मस्क ने इसे लेकर सवाल उठाए हैं। कोविड-19 टेस्ट की एक्यूरेसी को लेकर सवाल खड़े किए हैं।
कुछ बोगस चल रहा है। आज मेरा चार बार कोविड टेस्ट किया गया। दो टेस्ट नेगेटिव रहे और दो पॉजिटिव। वही मशीन, वही टेस्ट और वही नर्स। रैपिड एंटीजन टेस्ट फ्रॉम बीडी।
Something extremely bogus is going on. Was tested for covid four times today. Two tests came back negative, two came back positive. Same machine, same test, same nurse. Rapid antigen test from BD.
— Elon Musk (@elonmusk) November 13, 2020
मस्क ने गुरुवार को Rapid Antigen Test करवाए थे। उन्होंने कहा कि वो RT PCR टेस्ट के नतीजे का इंतजार कर रहे हैं। अपने लक्षण के बारे में एक ट्विटर यूजर के सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि उन्हें सामान्य सर्दी के लक्षण हैं। अब तक कुछ भी असामान्य नहीं है।
Would be great to hear from people who know a lot about the PCR testing industry. What’s the approximate false positive rate, all things considered, for cov2 PCR tests?
— Elon Musk (@elonmusk) November 13, 2020
एक ट्विटर यूजर ने टेस्ट के नतीजों के लेकर उनसे पूछा कि क्या इस वजह से मामलों में इतनी तेजी आई है? इस पर मस्क ने जवाब दिया।
‘रॉयटर्स’ की खबर के मुताबिक, एलन मस्क संभवतः Becton Dickinson and Co’s के रैपिड एंटीजन टेस्ट की बात कर रहे हैं। सितंबर में कंपनी ने कहा था कि वह अमेरिका के नर्सिंग होम से आ रही इन रिपोर्टों की जांच कर रही है कि उसके कोविड-19 टेस्टिंग इक्विपमेंट गलत पॉजिटिव रिजल्ट दे रहे हैं।
इससे पहले मस्क ने कोरोना को लेकर आ रही प्रतिक्रिया और लॉकडाउन लगाने की आलोचना की थी। उन्होंने उन लोगों को फासीवादी और व्यक्तिगत स्वतंत्रता का उल्लघंन करने वाला बताया था।
मार्च में उन्होंने कहा था कि अप्रैल तक अमेरिका में कोरोना का एक भी मामला नहीं होगा, जबकि सबसे ज्यादा प्रभावित देशों में अमेरिका है।
एलन मस्क ने कहा था कि कोरोना वायरस की वैक्सीन तैयार होने के बाद भी वे वैक्सीन नहीं लगएंगे ।‘न्यूयॉर्क टाइम्स’ के एक पॉडकास्ट में मस्क ने कहा था कि न तो वे वैक्सीन लगवाएंगे, न ही उनके बच्चे, क्योंकि उन्हें खतरा नहीं है।
जब मस्क को याद दिलाया गया कि एक तरफ वह इंसानियत बचाने की बात करते हैं, अंतरिक्ष में खोज की योजना बना रहे हैं और इको-फ्रेंडली इलेक्ट्रिक कार भी, दूसरी ओर वह वैक्सीन नहीं लगवाने की बात क्यों कर रहे हैं? तब मस्क ने जवाब दिया था कि हर कोई मरता है। यह बेहतर रूप से समझना चाहिए था कि क्या ज्यादा अच्छा है, लॉकडाउन कोई हल नहीं था।
साभार- ललन टॉप हिन्दी