CAA विरोधी प्रदर्शन : जुमे की नमाज से इन 18 जिलों में इंटरनेट बंद

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नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के विरोध को लेकर जारी विरोध के मद्देनजर यूपी के गाजियाबाद, मेरठ, लखनऊ, अलीगढ़, मथुरा, आगरा, फिरोजाबाद, मुरादाबाद, गोरखपुर समेत करीब 18 जिलों में कानून-व्यवस्था बनाए रखने को जुमे की नमाज से ही पहले ही एहतियातन इंटरनेट बंद सेवा रखने का निर्णय लिया गया है।

गाजियाबाद के डीएम की ओर से जिले में जुमे की नमाज के बाद उपद्रव की आशंका को देखते हुए सभी टेलिकॉम सर्विस प्रोवाइडर्स को इंटरनेट सेवा गुरुवार रात 10:00 बजे से शुक्रवार रात 10:00 बजे तक इंटरनेट बंद सेवा रखने का आदेश दिया गया है।

डीएम ने गुरुवार दोपहर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के साथ हिंसा प्रभावित इलाकों का दौरा किया। पसौंडा और शहीद नगर पहुंचे जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने रूट मार्च कर कानून-व्यवस्था का जायजा लिया। इस मौके पर दोनों अधिकारियों ने स्थानीय लोगों से संवाद किया। भरोसा दिलाया कि किसी निर्दोष के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होगी। चेतावनी दी कि हिंसक प्रदर्शन में शामिल किसी भी व्यक्ति को नहीं छोड़ा जाएगा।

रुट मार्च के बाद दोनों अधिकारियों ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि जुमे की नमाज के बाद पसौंडा, कैलाभट्ठा, मुरादनगर और लोनी में हिंसक प्रदर्शन हुए थे। पुलिस इस प्रदर्शन में शामिल लोगों की पहचान कर उनके खिलाफ कार्रवाई कर रही है। इस मौके पर दोनों अधिकारियों ने साफ किया कि इस मामले में केवल उन्हीं लोगों को गिरफ्तारी होगी, जो पिछले जुमे को हुए हिंसक प्रदर्शन में शामिल रहे थे। दोनों अधिकारियों ने आमजन से हुए संवाद में अपील किया कि कोई भी अफवाह के प्रभाव में ना आए। बहकावे में आकर धारा 144 का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ धारा 188 के तहत कार्रवाई होगी।

प्रदर्शन के इनपुट के बाद किया रूटमार्च

जिलाधिकारी और एसएसपी ने यह रूटमार्च नागरिकता कानून के विरोध में शुक्रवार को एक बार फिर प्रदर्शन होने के इनपुट को देखते हुए किया था। इस दौरान अधिकारियों ने हिंसा प्रभावित इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। क्षेत्राधिकारी और थाना प्रभारियों को पूरी तैयारी रखने के निर्देश दिए। चेतावनी दी कि इस बार किसी तरह की चूक बर्दाश्त नहीं होगी।

छठें दिन नहीं हुई कोई गिरफ्तारी

बीते शुक्रवार को हुए हिंसक प्रदर्शन के छठें दिन भी कोई गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। पुलिस ने कुछ नए आरोपियों की पहचान तो की है, लेकिन पुलिस भी उनके नाम सार्वजनिक नहीं कर रही है। गौरतलब है कि अभी तक पुलिस ने इस मामले में 122 आरोपियों की गिरफ्तारी का दावा किया था, लेकिन गुरुवार को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सुधीर कुमार सिंह ने इनमें से केवल 105 की गिरफ्तारी की पुष्टि की है। बावजूद इसके अभी भी 6000 से अधिक आरोपियों की गिरफ्तारी बाकी है।

पुलिस ने की आमजन के साथ बैठक

शुक्रवार को एक बार फिर प्रदर्शन के इनपुट के मद्देनजर लिंकरोड और साहिबाबाद थाना पुलिस ने आमजन के साथ संवाद बैठक की। इस बैठक में पुलिस ने स्थानीय लोगों को शांति के साथ नमाज अता करने की अपील की। चेतावनी दी कि कोई भी व्यक्ति प्रदर्शन करता है या प्रदर्शन के षड़यंत्र में शामिल होता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।