क्या NRC के जरिए बड़े पैमाने पर किए गये घोटाले?

   

भाजपा सरकार में भ्रष्टाचार का सबसे बड़ा खुलासा हुआ है। यह खुलासा खुद कैग यानी CAG ने किया है।

इसके तहत असम NRC में भारी वित्तीय अनियमितताएं और 108 करोड़ रूपयों की गड़बड़ी मिली है। असम एनआरसी के क्रियान्वयन हेतु 2013 से लेकर 2018 के बीच में 905.72 करोड़ रूपयों की राशि जारी की गई है।

डेली न्यूज़ पर छपी खबर के अनुसार, बताया गया है कि इन राशि में 52 करोड़ रूपये सत्यम इंट्रागेटर को मोबिलाइजेशन एडवांस के रूप में दी गई जिसमें 9 करोड़ रूपयों का घाटा हुआ था। इसके बाद विप्रो की इस कंपनी से पेनल्टी भी नहीं वसूली गई। इसके तहत सरकार को 2.91 करोड़ रूपयों की हानि हुई।

एनआरसी सॉफ्टवयेर एंड सॉल्यूशन तथा एनआरसी सेवा केंद्र स्थापित करने के लिए विप्रो तथा सत्यम इंट्रागेटर को ठेका दिया गया था। इन कंपनियों को दी गई राशियों में अनियमितताएं होने की बात सामने आई है।

हालांकि असम की भाजपा सरकार में वित्तमंत्री हिमंता बिस्व सरमा ने कहा है कि कैग के इस अरोप का जवाब वो जल्द देंगे और विधानसभा के शीतकाली सत्र में इससे जुड़ी पूरी रिपोर्ट सामने रखेंगे।

इसके अलावा एनआरसी फंड का दुरूपयोग किए जाने के मामले में एनआरसी कूर्डिनेटर प्रतीक हाजेला के खिलाफ Assam Public Works (APW) ने एफआईआर भी दर्ज कराई है।