चार नए देशों में कोरोना वायरस से संक्रमण के पहले मामले सामने आए हैं। इसके साथ ही चीन के अलावा संक्रमण वाले देशों की संख्या 55 हो गई। इन देशों में लगभग 3,700 मामले सामने आए हैं और करीब 70 लोगों की जान चली गई है।
डी डब्ल्यू हिन्दी पर छपी खबर के अनुसार, कोरोना वायरस का संक्रमण अब तीन महाद्वीपों में पहुंच गया है। शुक्रवार 28 फरवरी को कई देशों में संक्रमण के पहले मामले सामने आए।
तेजी से फैलते संक्रमण को देखते हुए दुनिया भर के शेयर बाजारों में भारी गिरावट देखने को मिली है। निवेशक वैश्विक आर्थिक मंदी के आने की आशंका से डरे हुए हैं।
शेयरों के दाम 2008 के वैश्विक वित्तीय संकट के बाद से अभी तक के सबसे बुरे स्तर तक पहुंचने के कगार पर हैं। वायरस की वजह से अंतरराष्ट्रीय यात्रा और सप्लाई चेन में जो बाधाएं आई हैं उसकी वजह से अमेरिका और यूरो जोन में मंदी का डर पैदा हो गया है।
बृहस्पतिवार 27 फरवरी को वॉल स्ट्रीट पर विशेष रूप से एशियाई स्टॉक गिरे। एस एंड पी 500 सूचकांक चार प्रतिशत से भी ज्यादा गिरा। 19 फरवरी को सूचकांक ने जो स्तर हासिल किया था उसके बाद से लेकर अभी तक 10 प्रतिशत से भी ज्यादा गिरावट आ चुकी है।
मित्सुबिशी यू एफ जे मॉर्गन स्टैनली सिक्युरिटीज के चीफ इन्वेस्टमेंट स्ट्रैटजिस्ट नोरीहीरो फुजितो का कहना है, “कोरोना वायरस अब एक महामारी लग रहा है।
अगर कोई बड़ा खतरा हो तो भी बाजार इससे लड़ सकते हैं, अगर यह मालूम हो कि खतरा कब तक रहेगा। लेकिन इस समय, यह कोई भी नहीं कह सकता कि यह कब तक चलेगा और कितना गंभीर हो जाएगा।
चीन की मुख्य भूमि में 327 नए मामले आए, जो कि 23 जनवरी के बाद से अभी तक की सबसे कम संख्या है। इससे मुख्य भूमि में मामलों की कुल संख्या 78,800 से भी ज्यादा हो गई और मृतकों की संख्या लगभग 2,800 हो गई।
साभार- डी डब्ल्यू हिन्दी