फोरेंसिक रिपोर्ट के आधार पर दावा- ‘हथरस पीड़िता के साथ रेप नहीं’

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हाथरस गैंगरेप मामले को लेकर देशभर में जारी विरोध प्रदर्शन और न्याय की मांग के बीच आज उत्तर प्रदेश के एडीजी प्रशांत कुमार ने बड़ी जानकारी दी है।

 

वन इंडिया पर छपी खबर के अनुसार, उन्होंने कहा, दिल्ली में पीड़िता के किए गए पोस्टमार्टम में मृत्यु की वजह गले में चोट होने के कारण उसके दौरान हुआ ट्रॉमा है।

 

रिपोर्ट में मेडिकल जांच में बलात्कार की पुष्टि नहीं की गई है। जहां तक जीभ काटने और कटने की बात थी वो सरासर गलत थी।

 

 

बता दें कि हाथरस गैंगरेप मामले को लेकर योगी सरकार विपक्ष के निशाने पर है, आज कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा हाथरस के लिए रवाना हुई थीं लेकिन उन्हें बीच रास्ते ही रोक लिया गया।

 

हाथरस मामले पर बोलते हुए यूपी एडीजी प्रशांत कुमार ने कहा, ‘स्थानीय पत्रकारों द्वारा पीड़िता का एक वीडियो आज सामने आया है जिसमें पीड़िता ने अपनी जीभ भी दिखाई है।

 

जहां तक जीभ काटने और कटने की बात थी वो सरासर गलत थी।’ उन्होंने आगे कहा, ‘दिल्ली में पीड़िता के किए गए पोस्टमार्टम में मृत्यु का कारण गले में चोट होने के कारण उसके दौरान हुआ ट्रॉमा है।

 

फोरेंसिक रिपोर्ट में स्पष्ट किया गया है कि सैंपल्स में किसी तरह के स्पर्म और शुक्राणु नहीं पाए गए।’

 

अपने बयान में प्रशांत कुमार ने यह भी दावा किया कि परिवार के साथ पीड़िता का शव दिल्ली से लाने के बाद उसका अंतिम संस्कार किया गया।

 

प्रशांत कुमार ने बोले, ‘दिल्ली में डॉक्टरों के एक पैनल द्वारा पीड़िता का पोस्टमार्टम कराया गया, रिपोर्ट के मुताबिक मौत का कारण गले में चोट और ट्रॉमा की वजह से हुई थी। फोरेंसिक रिपोर्ट के अनुसार जो सैंपल एकत्रित किए गए थे उसमें रेप की पुष्टि नहीं है।’

 

एडीजी ने कहा, ‘इससे स्पष्ट होता है कि कुछ लोगों के द्वारा प्रदेश में गलत तरीके से जातिय तनाव पैदा करने के लिए इस तरह की चीजें कराई गई और पुलिस ने शुरू से व समय पर इस मामले में तत्काल कार्रवाई की।

 

जो राज्य में जातिय तनाव और हिंसा भड़काना चाहते थे, ऐसे लोगों की पहचान की जायेगी और कानूनी कार्रवाई की जायेगी।’

 

बता दें कि एडीजी से पहले अलीगढ़ के आईजी पीयूष मोर्डिया ने हाथरस बलात्कार मामले में मंगलवार को कहा था कि मेडिकल जांच में बलात्कार की पुष्टि नहीं हुई है।