ट्रम्प से मिलना पाकिस्तान के लिए बेहद जरुरी था- इमरान ख़ान

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पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान ख़ान का कहना है कि अमरीका की भांति पाकिस्तान का भी यही मक़सद है कि अफ़ग़ानिस्तान में जितनी जल्दी हो सके शांति समाधान तक पहुंचा जाए।

अमरीकी कांग्रेस के सदस्यों को संबोधित करते हुए इमरान ख़ान का कहना था कि वह अमरीका को बताएंगे कि उनका देश अफ़ग़ान शांति प्रक्रिया में क्या कर सकता है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान तालेबान को वार्ता शुरु करने के लिए मेज़ पर लाने के हर संभव प्रयास कर रहा है।

पार्स टुडे डॉट कॉम के अनुसार, अमरीकी कांग्रेस की प्रमुख नेन्सी पेलोसी ने पाकिस्तान का शुक्रिया अदा किया और कहा कि अमरीका में रहने वाले वाले पाकिस्तानी हमारे लिए एक बेहतरीन उपहार हैं। उनका कहना था कि पाकिस्तान और अमरीका के बीच संबंध महत्वपूर्ण हैं।

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने कहा कि यह अहम था कि वह अमरीकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रम्प और अमरीकी विदेशमंत्री से मिले और उन्हें बताया कि दोनों देशों के संबंधों में विस्तार पस्पर विश्वास की बुनियाद पर होना चाहिए।

उन्होंने कहा कि मैं अमरीका को बताऊं कि हम शांति प्रक्रिया में क्या कर सकते हैं, मुझे उम्मीद है कि अब हमारे संबंध विभिन्न प्रकार के होंगे क्योंकि दोनों देशों के बीच अविश्वास को देखना हमारे लिए दुखद था।

उन्होंने कहा कि पाकिस्तान का 11 सितम्बर से कोई संबंध नहीं था, अलक़ायदा अफ़ग़ानिस्तान में था और पाकिस्तान में कोई सशस्त्र गुट नहीं था, अमरीका के युद्ध में शामिल हुए, जहां मैं अपनी सरकार को ज़िम्मेदार कहता हूं वहीं हमने अमरीका को ज़मीनी सच्चाई के बारे में सच नहीं बताया था।

उन्होंने कहा कि इसका कारण यह था कि देश में 40 अलग अलग सशस्त्र गुट काम कर रहे थे और सरकार का उन पर नियंत्रण नहीं था, इसीलिए जब अमरीका ने हमसे डू मोर और युद्ध जीतने की इच्छा जताई तो उस समय पाकिस्तान अपने अस्तित्व का युद्ध लड़ रहा था।