भारत की अर्थव्यवस्था औरंगजेब के शासन में मजबूत हुई- ओवैसी

   

ओवैसी ने सीएम योगी को लेकर कहा कि उन्हें इतिहास और अर्थव्यवस्था के बारे जानकारी नहीं है

हैदराबाद से सासंद असदुद्दीन ओवैसी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि उन्हें अपने राज्य की कानून व्यवस्था पर ध्यान देना चाहिए।

ओवैसी ने कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था जहांगीर और औरंगजेब के शासन के दौरान फली-फूली थी। बताते चलें कि योगी ने कहा था कि भारतीय अर्थव्यवस्था मुगलों और अंग्रेजों के शासन में कमजोर हुई थी।

इस पर जबाव देते हुए ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एमआईएमआईएम) के प्रमुख ओवैसी ने कहा- सबसे पहली बात यह है कि योगी ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि उन्हें किसी बात की जानकारी नहीं है।

यह सिर्फ उनका भाग्य है कि वह देश के सबसे बड़े राज्य के मुख्यमंत्री बन गए हैं। क्या उन्होंने इतिहास और अर्थशास्त्र पढ़ा है? इतिहास बताता है कि मुगलों के समय में जब जहांगीर भारत का शासक था, तब विश्व के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में भारत की हिस्सेदारी 25 फीसद थी।

उन्होंने एक अंतरराष्ट्रीय अर्थशास्त्री के हवाले से कहा कि यह औरंगजेब के शासन काल तक चलती रही और भारत ने चीन की अर्थव्यवस्था को भी पीछे छोड़ दिया था।

ओवैसी ने कहा कि वह समझते हैं कि योगी को मुस्लिमों से जुड़ी किसी भी चीज से नफरत है, लेकिन इतिहास और शोध में साबित हो चुके तथ्यों को बदला नहीं जा सकता है।

नयी दुनिया पर छपी खबर के अनुसार, एआईएमआईएम नेता ने कहा कि वह स्वीकार करते हैं कि ब्रिटिश शासन के समय में अर्थव्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई थी, लेकिन दावा किया कि मुगल शासन के दौरान यह पूरी तरह अलग थी।

बताते चलें कि शनिवार को योगी आदित्यनाथ ने मुंबई में विश्व हिंदू आर्थिक मंच से मुगलों और ब्रिटिश के बारे में टिप्पणी की थी। तीन दिवसीय इस कार्यक्रम की शुरुआत 27 सितंबर को हुई थी और इसका समापन 29 सितंबर को होगा। इस कार्यक्रम का महत्व इसलिए भी बढ़ जाता है क्योंकि भारतीय अर्थव्यवस्था में थोड़े समय के लिए मंदी आ गई है।