अमेरिकी ठिकानों पर ईरान का बड़ा हमला, मुश्किल में ट्रम्प!

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ईरान ने इराक में अमेरिका के दो सैन्‍य ठिकानों पर एक दर्जन से ज्‍यादा मिसाइलें दागी हैं। एयरबेस पर अमेरिका के साथ गठबंधन सेनाएं ( अल असद और इरबिल तैनात हैं।

 

जागरण डॉट कॉम पर छपी खबर के अनुसार, अमेरिकी अधिकारियों ने बताया कि ईरान ने करीब साढ़े पांच बजे इराक में अमेरिकी और गठबंधन सेना के ठिकानों पर मिसाइलों से हमला किया।

हमले में अमेरिका की अगुवाई वाली गठबंधन सेनाओं को अभी तक किसी भी नुकसान की खबर नहीं है। अमेरिकी राष्‍ट्रपति ट्रंप ने अमेरिकी बलों के ठिकाने पर हुए ताजा हमले पर दुख जताया है।

ह्वाइट हाउस ने अपने बयान में कहा है कि अमेरिकी राष्‍ट्रपति हालात पर करीबी नजर बनाए हुए हैं। एक अमेरिकी अधिकारी ने बताया कि ईरानी मिसाइलें वहां गिरी जहां अमेरिकी सेना का बेस कैंप मौजूद है।

समाचार एजेंसी एएफपी की रिपोर्ट के मुताबिक, हमले के तुरंत बाद अमेरिका के मिलिट्री जेट्स हरकत में आ गए और आसमान में उनकी हलचल देखी गई।

पेंटागन ने बुधवार को हुए ताजा ईरानी हमले के बाद कहा कि वह हमले में हुए नुकसान का आकलन कर रहा है। इससे पहले भी ईरान ने अमेरिकी बेस को निशाना बनाकर हमला किया था जिसके बाद अमेरिकी राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप ने ईरान को चेतावनी देते हुए कहा था कि यदि उसने ऐसी हरकत दोबारा की तो अमेरिका उसे कड़ा सबक सिखाएगा।

ट्रंप ने ईरान के 52 सांस्‍कृतिक महत्‍व के ठिकानों को निशाना बनाने की धमकी दी थी। इस बीच इराक में लड़ रहे ईरानी रिवोल्‍यूशनरी गार्ड ने अमेरिकी बलों को क्षेत्र से वापस जाने के लिए कहा है।

ईरानी सैन्‍य बल की ओर से जारी बयान में कहा गया कि हम अमेरिका के सभी साथियों को चेतावनी देते हैं कि वे एक आतंकी सेना को अपने बेस इस्तेमाल न करने दें।

खासकर इराक के संदर्भ में कहा गया है कि यदि क्षेत्र का कोई मुल्क अपनी धरती को ईरान के खिलाफ हमले में इस्तेमाल होने देता है तो उसको भी निशाना बनाया जाएगा।