बिहार और यूपी सहित कई राज्यों में आकाशिय बिजली गिरने से 110 से ज्यादा लोगों की मौत!

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बिहार, उत्तर प्रदेश, झारखंड और प. बंगाल में गुरुवार को बिजली गिरने से 135 लोगों की जान चली गई। बिहार के 24 जिलों में सबसे ज्यादा 100 मौतें हुईं।

 

भास्कर डॉट कॉम पर छपी खबर के अनुसार, उत्तर प्रदेश में 24, झारखंड में 8 और प. बंगाल में 3 लोगों की जान गई। मौसम विभाग ने अगले 3 दिन बिहार के 18 जिलों के लिए भारी बारिश-बिजली गिरने का अलर्ट जारी किया है।

 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चारों राज्यों में हुई मौतों पर दुख जाहिर किया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकारें राहत कार्य में जुटी हैं।

 

बिहार में मौत 

बिहार के गोपालगंज में बिजली गिरने से सबसे ज्यादा 14 लोगों की जान गई। मधुबनी और नवादा में 8-8 और सीवान, भागलपुर में 6-6 लोगों मौत हुई। दरभंगा, पूर्वी चंपारण और बांका में 5-5 लोगों की जान गई।

 

खगड़िया और औरंगाबाद में 3-3 और पश्चिमी चंपारण, किशनगंज, जहानाबाद, जमुई, पूर्णिया, सुपौल, कैमूर व बक्सर में 2-2 लोगों की मौत हुई है। समस्तीपुर, शिवहर, सारण, सीतामढ़ी और मधेपुरा में एक-एक व्यक्ति की जान गई।

 

मुआवजे का ऐलान 

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक दिन में बिजली गिरने से इतनी ज्यादा मौतों पर दुख जाहिर किया। उन्होंने 4-4 लाख मुआवजा परिजनों को देने का ऐलान किया है।

 

सीएम ने अपील की है कि सभी लोग खराब मौसम में पूरी सतर्कता बरतें। आपदा प्रबंधन विभाग की तरफ से जारी किए गए निर्देशों का पालन करें। बारिश के दौरान घरों में ही रहें या सुरक्षित स्थानों पर रहें।

 

लोगों को बिजली से बचाने के लिए सरकार ने पिछले साल अगस्त में अर्थ नेटवर्क कंपनी से 4 साल का करार किया था। इस कंपनी ने indravajra ऐप बनाया है, जिसे playstore से डाउनलोड कर सकते हैं।

 

एंड्रायड मोबाइल उपभोक्ताओं को बिजली गिरने से 30-45 मिनट पहले अलार्म टोन से अलर्ट मिलता है। जीपीएस ऑन रहना जरूरी है।

 

हां, मौसम विभाग ने अगले 72 घंटे के लिए बिहार के 18 जिलों में रेड अलर्ट जारी किया है। इसमें पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, गोपालगंज, सीतामढ़ी, मधुबनी, सुपौल, अररिया, किशनगंज, पूर्णिया, सहरसा और मधेपुरा शामिल हैं। कटिहार, भागलपुर, बांका, मुंगेर, खगड़िया और जमुई में भी भारी बारिश की आशंका है।

 

मौसम विभाग के मुताबिक, देश में तीन सिस्टम सक्रिय हैं। उत्तरी छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश के ऊपर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है।

 

यह सिस्टम धीरे-धीरे उत्तर-पूर्व में आगे बढ़ेगा। यह बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश के तराई इलाकों में पहुंचेगा। मानसून ट्रफ भी 27 जून तक तराई क्षेत्रों में रहेगा। इस वजह से बिहार में भारी बारिश की आशंका है।

 

 

उत्तर प्रदेश और झारखंड में मौत

उत्तर प्रदेश के देवरिया में 9, प्रयागराज में 6, अंबेडकरनगर में 3, बाराबंकी में 3, कुशीनगर, फतेहपुर, उन्नाव, बलरामपुर में 1-1 लोगों की जान गई। झारखंड के पलामू और गढ़वा जिले में बिजली की चपेट में आने से महिला समेत 8 लोगों की मौत हो गई।

 

बिहार के गोपालगंज के उचका गांव में खेत में काम कर रहे सात लोगों की मौत हो गई। बरौली में दो, सोनबरसा और खजूरिया में एक-एक की जान गई।

 

झारखंड के गढ़वा की करचाली पंचायत में खेत में काम करते वक्त रविंद्र कच्छप (28), अघौरा गांव में पार्वती देवी (50), पलामू के पिंडराही गांव के प्रह्लाद सिंह (46) और बिचलाडीह गांव के अर्जुन भुईयां (30) की मौत हो गई।

 

हजारीबाग के गांव में विजय रविदास, गोड्‌डा के गांव के दो सगे भाई मंगल किस्कू ( 12) और मनसा किस्कू (7) और गिरिडीह के गांव में 70 वर्षीय सूरज राउत की जान गई। ये सभी लोग घरों से बाहर थे। कोई खेत में काम कर रहा था तो कोई जानवर चरा रहा था।