बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को एक और कार्यकाल के लिए जद(यू) का निर्विरोध अध्यक्ष चुना गया है। उनकी पार्टी ने रविवार को यह घोषणा की।
जनता दल यूनाइटेड (जद (यू)) के राष्ट्रीय निर्वाचन अधिकारी अनिल हेगड़े ने बताया कि इस पद के लिये नीतीश एकमात्र उम्मीदवार थे और रविवार को नामांकन वापस लेने का समय समाप्त होने के बाद उन्हें पार्टी का अध्यक्ष घोषित कर दिया गया।
The declaration of his election came as the deadline for the withdrawal of nominations for the post ended on Sunday.https://t.co/DZPttj20N3
— The Indian Express (@IndianExpress) October 6, 2019
माननीय मुख्यमंत्री, बिहार श्री नीतीश कुमार को पुन: निर्विरोध जदयू का राष्ट्रीय अध्यक्ष निर्वाचित होने पर जदयू परिवार की ओर से सादर बधाई एवं असीम शुभकामनाएं..! 30 अक्टूबर को राष्ट्रीय परिषद की बैठक में होगी निर्विरोध निर्वाचन की विधिवत घोषणा..!!
नीतीश की ओर से पार्टी के नेताओं के समूहों ने नामांकन पत्र के चार सेट दाखिल किये थे। ऐसे वक्त जब भाजपा के साथ जद (यू) का गठबंधन असहज दौर से गुजर रहा है, पार्टी के अविवादित नेता के तौर पर नीतीश राज्य में 21 अक्टूबर को होने वाले उपचुनावों और अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में जद (यू) का नेतृत्व करेंगे।
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह सहित भाजपा के कई नेताओं ने राज्य में, खासतौर पर पटना में आई हालिया बाढ़ से निपटने में सरकार की अक्षमता सहित विभिन्न मुद्दों को लेकर उनके नेतृत्व की आलोचना है।
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भाजपा के एक अन्य नेता एवं विधान परिषद सदस्य (एमएलसी) संजय पासवान ने यह मांग की है कि नीतीश मुख्यमंत्री पद के लिए अब भगवा पार्टी के किसी नेता का मार्ग प्रशस्त करें।
राजनीतिक विश्लेषक इस हालिया घटनाक्रम को भारी जनादेश के साथ केंद्र की सत्ता में आने के बाद भाजपा द्वारा राजग के अन्य घटक दलों पर अपनी सर्वोच्चता स्थापित करने की कोशिश के तौर पर देख रहे हैं। वहीं, जद (यू) का मानना है कि नीतीश राजग के सर्वाधिक लोकप्रिय नेता बने हुए हैं और वह भाजपा के लिए कोई गुंजाइश छोड़ने को इच्छुक नहीं हैं।