मेरठ में वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के कथित तौर पर प्रदर्शनकारियों को पाकिस्तान जाने के लिए कहने वाली टिप्पणी को लेकर सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) बंटी हुई दिखाई दे रही है।
खास खबर पर छपउ खबर के अनुसार, उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने जहां मेरठ के पुलिस अधीक्षक (एसपी) का बचाव किया, वहीं केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने उनके खिलाफ ‘तत्काल कार्रवाई’ की मांग की है।
भारत का संविधान किसी भी नागरिक के साथ इस भाषा के प्रयोग की इजाजत नहीं देता और जब आप अहम पद पर बैठे अधिकारी हैं तब तो जिम्मेदारी और बढ़ जाती है।
भाजपा ने संस्थाओं में इस कदर साम्प्रदायिक जहर घोला है कि आज अफसरों को संविधान की कसम की कोई कद्र ही नहीं है pic.twitter.com/aR1L6bgSbG
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) December 28, 2019
उत्तर प्रदेश के भाजपा नेताओं द्वारा मेरठ के एसपी अखिलेश नारायण सिंह का बचाव करने के बाद भी शनिवार को मुंबई में नकवी ने कहा, “अगर यह बात सही है, तो यह निंदनीय है। अधिकारी के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की जानी चाहिए।”
Naqvi slams Meerut SP's 'go to Pak' remark, UP deputy CM supports cop https://t.co/a1fVOeZxFU
— Breaking Knowledge (@breakingknowlez) December 29, 2019
उमा भारती ने भी सिंह का बचाव किया है। भाजपा की वरिष्ठ नेता ने कहा, “मैं मेरठ शहर के एसपी के साथ खड़ी हूं।”
Union Minister Mukhtar Abbas Naqvi on viral video of Meerut SP: If it is true that he made that statement in the video, then it is condemnable. Immediate action must be taken against him. (28.12.2019) pic.twitter.com/gkb0od3tBs
— ANI (@ANI) December 29, 2019
नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारियों को मेरठ एसपी ने पाकिस्तान चले जाने को कहा था, जो कैमरे में रिकॉर्ड हो गया।
बाद में शनिवार को सिंह ने कहा कि उन्हें मजबूरी में ऐसा इसलिए कहना पड़ा क्योंकि प्रदर्शनकारी ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ के नारे लगा रहे थे।
कई प्रमुख राजनीतिक पार्टियों कांग्रेस, बहुजन समाज पार्टी और एआईएमआईएम ने पुलिस अधिकारी के बयान पर आपत्ति जताई है। भाजपा में इस मुद्दे पर पार्टी के अंदर ही विरोधाभास है।