भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की केंद्रीय इकाई के संगठन में शनिवार को फेरबदल के बाद उसकी बंगाल इकाई में असंतोष सामने आया और राष्ट्रीय सचिव पद से हटाए गए राहुल सिन्हा ने कहा कि उन्होंने जिस पार्टी की 40 साल तक समर्पित भाव से सेवा की, उसी का यह ‘पुरस्कार’ है।
अमर उजाला पर छपी खबर के अनुसार, राहुल सिन्हा ने वीडियो संदेश में कहा, ‘‘मैं पार्टी से पिछले 40 साल से जुड़ा हूं। आज पार्टी ने मुझे यह पुरस्कार दिया। उसने उन नेताओं का मार्ग प्रशस्त करने के लिए मुझे हटाया तो तृणमूल कांग्रेस से आए हैं।’’
Served @BJP4India for 40 Years as the Warrior and today just to include @AITCofficial Leaders, I have been asked to Left the Post of the Party.@narendramodi @BJP4Bengal pic.twitter.com/yN1Zok8BdV
— Rahul Sinha ● রাহুল সিনহা (@RahulSinhaBJP) September 26, 2020
संभवत: उनका इशारा मुकुल रॉय और अनुपम हजारा की ओर था जो पश्चिम बंगाल की सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए हैं।
सिन्हा ने कहा, ‘‘मैं अपने अगले कदम की घोषणा करने से पहले 10-12 दिन इंतजार करूंगा।’’ लगातार दो बार प्रदेश अध्यक्ष रहे सिन्हा को 2015 में राष्ट्रीय सचिव नियुक्त किया गया था।
पार्टी के राष्ट्रीय पदाधिकारियों की घोषणा करते हुए भाजपा नेतृत्व ने राय को उपाध्यक्ष एवं हजारा को सचिव नियुक्त किया है।
सिन्हा के बयान के बारे में पूछे जाने पर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा, ‘‘पार्टी ने एक निर्णय लिया है।
मुझे इस बारे में कुछ नहीं कहना है। लेकिन मुझे लगता है कि यह गलत धारणा है कि पुराने लेागों को हटा दिया गया है । शायद उन्हें किसी और तरीके से समायोजित किया जाए।’’