नागरिकता संशोधन कानून पर उत्तर प्रदेश में शुक्रवार को एक बार फिर से हिंसा भड़क उठी। हिंसा में पांच लोगों की मौत हुई है।
खास खबर पर छपी खबर के अनुसार, कानपुर, फिरोजाबाद, बहराइच, मुजफ्फरनगर, गोरखपुर, हापुड़, बुलंदशहर समेत अन्य कई जिलों में पथराव हुआ व वाहनों में तोड़फोड़ की गई है।
उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव अवनीश कुमार अवस्थी ने कहा कि आज प्रदेश में नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ हुए प्रदर्शन में छह लोगों की मौत हो हुई है।
वहीं, दूसरी ओर, हिंसक प्रदर्शन को देखते हुए टीईटी की परीक्षा टाल दी गई है, जिसमें करीब 16 लाख अभ्यर्थी भाग लेने वाले थे।
पुलिस महानिदेशक ओम प्रकाश सिंह ने बताया कि आज हुई हिंसा में मेरठ में एक, बिजनौर में दो, फिरोजाबाद में एक, संभल में एक व्यक्ति की मौत हो गई।
इन तमाम घटनाओं में पचास से ज्यादा पुलिस कर्मी घायल हो गए हैं। हिंसा में हुई मौंते जांच का विषय है। ये पुलिस की गोली से नहीं मरे हैं।
लखनऊ के बाद अब मेरठ, मुजफ्फरनगर और बिजनौर में भारी बवाल हो गया। अपुष्ट सूत्रों के अनुसार फिरोजाबाद और बिजनौर में एक-एक व्यक्तियों की मौत हो गई है। पुलिस की तमाम सक्रियता के बाद भी करीब एक दर्जन ज्यादा जिले हिंसा की चपेट में आ गए।
उत्तर प्रदेश सरकार के प्रवक्ता व ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने प्रदेश वासियों से शांति बनाए रखने की अपील की है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुसलमान भाई अपने कंधे का इस्तेमाल नहीं होने दें। आजादी से लेकर आज तक उनका इस्तेमाल राजनैतिक टूल की तरह किया गया है। मौकापरस्त लोग अपने फायदे के लिए उनका इस्तेमाल कर रहे हैं।