सऊदी किंग सलमान के बॉडीगार्ड मेजर जनरल अब्दुल अज़ीज़ अल-फ़ग़म की हत्या, पत्रकार जमाल ख़ाशुक़जी की हत्या के बाद पिछले एक साल के दौरान ऐसी दूसरी हाईप्रोफ़ाइल हत्या थी, जिसने सऊदी अरब को हिलाकर रख दिया।
पूर्व सऊदी किंग अब्दुल्लाह और उसके बाद 2015 में सत्ता संभालने वाले 83 वर्षीय किंग सलमान के साथ सऊदी जनता ने हमेशा उनके बॉडीगार्ड अल-फ़ग़म का चेहरा देखा, जिसके बाद वह एक पब्लिक फ़िगर बन गए थे।
"Many #Saudi citizens and officials paid their respects at the al-Fagham family home as per Arab and Muslim customs. Among them were Mohamad bin Nayef, the former crown prince who in 2016 was removed from the line of succession by King Salman, …"https://t.co/f1lhwOa40m
— Esther Muruaga (@EstherMuruaga) October 10, 2019
सऊदी पुलिस के आधिकारिक बयान के मुताबिक़, अल-फ़ग़म की मौत जेद्दाह में उनके एक दोस्त के साथ किसी बात को लेकर झगड़े के कारण हुई। हालांकि सऊदी पुलिस के इस बयान पर यक़ीन करने वाले बहुत ही कम हैं।
सऊदी अरब में अकसर लोगों के दिमाग़ में एक ही सवाल गर्दिश कर रहा है कि अल-फ़ग़म की हत्या किसने की है?
“They buy apartments from me. They spend $40 million, $50 million. Am I supposed to dislike them?” – Donald Trump on the Saudishttps://t.co/69TH1BpiDa
— Citizens for Ethics (@CREWcrew) October 5, 2019
पार्स टुडे डॉट कॉम के अनुसार, अल-फ़ग़म की मौत को लेकर सऊदी राज घरानों और महलों में एक अफ़वाह तेज़ी से फैल रही है कि वे क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान की शीघ्र ही अपने पिता की जगह लेने की योजना को लेकर कई सऊदी राजकुमारों के संपर्क में थे।
वाशिंगटन में एक सऊदी विश्लेषक हमज़ा अल-किनानी का कहना है कि अल-फ़ग़म की मौत सऊदी राजकुमारों और विशिष्ट हस्तियों से उनके रिश्तों के कारण हुई है। मोहम्मद बिन सलमान को शक था कि वे क्राउन प्रिंस की योजनाओं को लीक कर रहे हैं।
अल-किनानी सऊदी शाही परिवार के काफ़ी निकट रह चुके हैं और उनके कई राजकुमारों से अच्छे संबंध हैं।
शाही बॉडीगार्ड की हत्या की घटना के बाद एक वीडियो ऑनलाइन पोस्ट किया गया था, जिसमें अल-फ़ग़म को जेद्दाह की एक सड़क पर जॉगिंग करते हुए देखा जा सकता है।
सऊदी मामलों के जानकार अली अल-अहमद का कहना है कि इस तरह से सार्वजनिक स्थान पर वॉकिंग करना एक शाही बॉडीगार्ड के लिए असमान्य बात है, जबकि उनके परिवार का कहना है कि वे उनसे कई वर्षों से नहीं मिल सके थे।
कुछ अन्य सऊदी सूत्रों का कहना है कि सार्वजनिक रूप से वरज़िश करने का मतलब यह साबित करना हो सकता है कि अल-फ़ग़म शाही परिवार के उन सदस्यों के संपर्क में थे, जो क्राउन प्रिंस से ख़ुश नहीं हैं।
सीआईए के पूर्व अधिकारी रॉबर्ट बायर का कहना है कि अल-फ़ग़म की हत्या को हम ख़ाशुक़जी की हत्या और यमन युद्ध के परिप्रेक्ष्य में देख सकते हैं। यह सब घटनाएं क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के भविष्य जुड़ी हुई हैं।
2017 तक सऊदी किंग के उत्तराधिकारी रहे पूर्व क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन नायफ़ अल-फ़ग़म की हत्या के बाद उनके परिजनों से हमदर्दी जताने के लिए उनके घर गए, जिससे सऊदी राजकुमारों से उनके रिश्तों का पता चलता है।
2017 में मोहम्मद बिन सलमान, शाही परिवार की परम्परा को तोड़कर मोहम्मद बिन नायफ़ को अपने रास्ते से हटाकर अपने पिता किंग सलमान के उत्तराधिकारी बन गए, जिससे दूसरे राजकुमारों में काफ़ नाराज़गी पाई जाती है।
अल-फ़ग़म के परिवार से मुलाक़ात की वीडियो सऊदी अरब में सोशनल मीडिया पर ख़ूब वायरल हुई, जिसमें बॉडीगार्ड के परिजनों को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि उन्होंने अल-फ़ग़म को वर्षों से नहीं देखा था।