बिहार- पुलिस हिरासत में दो मुस्लिमों की मौत मामले में सुप्रीम कोर्ट ने SIT की जांच से इंकार किया !
बिहार में दो मुस्लिम युवकों की कथित यातना से मौत के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने मामले की SIT जांच से इनकार कर दिया है. सुप्रीम कोर्ट ने याचिकाकर्ता को
बिहार में दो मुस्लिम युवकों की कथित यातना से मौत के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने मामले की SIT जांच से इनकार कर दिया है. सुप्रीम कोर्ट ने याचिकाकर्ता को
बिहार में एक्यूट इंसेलाइटिस सिंड्रोम (एईएस) का मुद्दा बिहार विधानमंडल के मनसून सत्र के तीसरे दिन मंगलवार को भी विधानसभा में उठा। मंगलवार को सदन के बाहर और अंदर विपक्षी
सारण : तीन लोगों द्वारा कथित तौर पर 17 वर्षीय स्कूली छात्रा को एक कार में घसीटने और बिहार के सारण जिले में उसके साथ बलात्कार करने के दो दिन
बिहार के वैशाली जिले में कथित तौर पर बलात्कार के प्रयास का विरोध करने पर मां और बेटी का सिर मुंडवाकर उन्हें गांव में घुमाया गया. हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के
पटना : बिहार के मधेपुरा से पूर्व सांसद पप्पू यादव ने दुष्कर्म की बढ़ती वारदात पर बयान देते हुए कहा है कि मासूम के साथ दुष्कर्म जैसी घिनौनी घटना को
बिहार के दरभंगा से एक बेहद हैरान करने वाली खबर सामने आई है जिससे राज्य की मेडिकल व्यवस्था पर सवाल खड़ा हो रहा है . खबर के मुताबिक दरभंगा के
चमकी बुखार से पीड़ित बच्चों का इलाज मुजफ्फरपुर के एसकेएमसीएच अस्पताल में चल रहा है। वहीं, शनिवार को सीपीआई नेता जेएनयू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार को अस्पताल
मुज़फ़्फ़रपुर : बिहार के मुज़फ़्फ़रपुर में श्री कृष्ण मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (SKMCH) के पीछे कई मानव कंकाल के अवशेष पाए गए, जहाँ एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम (AES) के कारण लगभग
बिहार में दिमागी बुखार से मरने वाले बच्चों का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है लेकिन लगता है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की असल लड़ाई विपक्ष से नहीं जनता से
उत्तर बिहार के मुजफ्फरपुर व आसपास के जिलों में चमकी बुखार (एईएस) से बच्चों की मौत का सिलसिला जारी है। शुक्रवार को 21वें दिन दो दर्जन नए मरीजों को एसकेएमसीएच
बिहार इनसेफेलाइटिस (चमकी बुखार) से मरने वाले बच्चों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। राज्य के मुजफ्फरपुर और निकट के जिलों में अब तक 136 बच्चों की मौत हो
पटना: बिहार में भीषण गर्मी और लू की चपेट में आने से 24 घंटे के भीतर और 12 लोगों की मौत हो गई. एक अधिकारी ने मंगलवार को बताया कि पिछले
चमकी बुखार ने बिहार में हाहाकार मचा रखा है। सरकार और प्रशासन की तमाम कोशिशों के बाद भी इस पर काबू नहीं पाया जा सका है। महामारी की तरह फैली
बिहार में चमकी बुखार का कहर जारी है. एक्यूट इन्सैफेलाइटिस सिंड्रोम (एईएस) से मरने वाले बच्चों की संख्या बढ़ कर अब 140 हो गयी है. मुजफ्फरपुर श्रीकृष्ण मेडिकल कालेज अस्पताल
बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में चमकी नाम का बुखार अपना कहर बरपा रहा है। जिसकी गिरफ्त में मासूस बच्चे ही आ रहे हैं। इस बुखार को ‘एक्यूट इंसेफलाइटिस सिंड्रोम (एईएस)’
उत्तर बिहार के मुजफ्फरपुर व आसपास के जिलों में एईएस (चमकी-बुखार) से बच्चों की मौत का सिलसिला जारी है। 18वें दिन मंगलवार को कुल नौ बच्चों की जान चली गई।
बिहार के मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार कहे जाने वाले अक्यूट इन्सेफलाइटिस सिंड्रोम (AES) से से अभी तक 108 बच्चों की मौत की खबर है। इस खतरनाक बीमारी के फैलने और
बिहार में चमकी बुखार से मौतों के बीच प्रदेश के नेताओं के बेतुके बयान आने जारी है। बीजेपी सांसद अजय निषाद ने चमकी बुखार के लिए 4G फॉर्मूले को जिम्मेदार
बिहार सहित पूर्वी भारत इस समय लू और भीषण गर्मी से झुलस रहा है। बिहार में लू के चलते पिछले दो दिनों में 113 लोगों की मौत हो गई है।
लीची को एक बेहद मीठा और गुणकारी फल माना जाता है। लेकिन बिहार में यही लीची दो महीने से लेकर पंद्रह साल तक के बच्चों के लिए कथित रूप से