56 फीसदी भारतीय कोरोना की चपेट में आ जाने की बात से चिन्तित : सर्वे

   

नई दिल्ली, 30 मई । भारत में कोरोनावायरस महामारी की दूसरी लहर जारी है। ऐसे में अधिकांश भारतीय स्वयं या अपने परिवार के सदस्यों के कोरोना की चपेट में आ जाने की बात से डरते हैं।

इस साल 1 जनवरी से 27 मई के बीच सभी 542 लोकसभा क्षेत्रों को कवर करने वाले 56,685 लोगों पर किए गए आईएएनएस-सीवोटर कोविड ट्रैकर सर्वेक्षण से पता चलता है कि 56 प्रतिशत इस बात से सहमत हैं कि उन्हें डर है कि उनके या उनके परिवार का कोई सदस्य कोरोना से संक्रमित हो सकता है।

इन 56 फीसदी लोगों में से 38 फीसदी इस बात से पूरी तरह सहमत हैं कि कोरोना उन्हें या उनके परिवार के किसी सदस्य को प्रभावित कर सकता है।

कुल में से 38.9 प्रतिशत लोग इस राय से सहमत नहीं दिखे कि वे या उनके परिवार का कोई सदस्य कोरोना से ग्रस्त हो सकते हैं।

सर्वेक्षण में इस बात का जिक्र किया गया है कि पिछले सात दिनों में कुल 6,872 लोगों से कोरोना की चपेट में आने को लेकर उन्हें डर है या नहीं, यह सवाल पूछा गया।

यह सर्वेक्षण एक ऐसे समय में किया गया, जब भारत में कोविड-19 के मामलों की कुल संख्या अब 2,78,94,800 दर्ज हैं, जिनमें से 21,14,508 सक्रिय मामले हैं। यहां अब तक महामारी की चपेट में आकर 3,25,972 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं।

केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने रविवार को कहा कि भारत में लगातार तीसरे दिन 2 लाख से कम मामले दर्ज किए गए हैं। यहां पिछले 24 घंटों में 1,65,553 नए मामले दर्ज हुए हैं और इसी दौरान 3,460 लोगों की जानें गई हैं।

–आईएएनएस

एएसएन/आरजेएस