धर्म विशेष के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने के मामले में सशर्त जमानत पर जेल से बाहर निकली रांची के पिठोरिया की ऋचा भारती कुरान नहीं बांटेगी। वह अदालत के कुरान बांटने के आदेश को ऊपरी अदालत में चुनौती देगी।
जागरण डॉट कॉम के अनुसार, मंगलवार को ऋचा के घर पर उससे मिलने वालों का तांता लगा रहा। भाजपा नेता और हिंदू संगठनों के नेता उससे मिलने पहुंचे। पत्रकारों का भी हुजूम उमड़ा। दनादन सवाल दागे।
रांची वीमेंस कॉलेज के बीकॉम थर्ड ईयर में पढऩे वाले ऋचा सवालों से जरा भी घबराई नहीं। बेबाकी सी अपनी बात रखी। कहा, प्रशासन की कार्रवाई एकतरफा है।
हमने तो पोस्ट को शेयर किया। पोस्ट करने वाले अभी भी बाहर हैं। दूसरी बात प्रकरण के बाद सोशल साइट पर मुझे काफी गाली दी गई। गाली देना भी गुनाह है तो प्रशासन ने उन पर क्यों नहीं कार्रवाई की।
ऋचा ने कहा कि अदालत के आदेश के खिलाफ वह ऊपरी अदालत में अपील करेंगी। हमने किसी धर्म का अपमान नहीं किया है। सोशल साइट पर इस तरह के हजारों पोस्ट भरे पड़े हैं।
हमने इसे नहीं लिखा, एक ग्रुप से पोस्ट आया तो शेयर कर दिया। हमारी बस इतनी ही गलती है। मुझे कुरान बांटने को कहा गया है लेकिन यह मेरे मौलिक अधिकारों का हनन है। मुझे अपना धर्म मानने का अधिकार है।
ऋचा ने कहा कि मुझे जैसी सजा दी गई है क्या ऐसी ही सजा उन्हें दी जाती है जो हिंदू धर्म के खिलाफ अभद्र टिप्पणी करते हैं या तस्वीरें पोस्ट करते हैं। बड़ा सवाल है कि क्या उन्हें हनुमान चालीसा पढऩे या दुर्गा जी की पूजा करने को कहा जाएगा तो वे इसे मानेंगे।
कहा, पिछले तीन साल से सोशल साइट पर एक्टिव हूं। फेसबुक, वाट्सएप आदि सोशल मीडिया से जुड़ी हूं। देश के जिम्मेवार नागरिक होने के कारण तमाम ज्वलंत मुद्दों पर सोशल मीडिया पर अपनी राय रखती हूं। बेवजह मुद्दे को तूल दिया गया है।